रूस-यूक्रेन युद्ध का असर गोवा के पर्यटन पर भी
पणजी
रूस-यूक्रेन युद्ध और वीजा मुद्दों के कारण गोवा में पर्यटन क्षेत्र घरेलू पर्यटकों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। बता दें, तटीय राज्य का पर्यटन क्षेत्र मुख्य रूप से यूनाइटेड किंगडम, रूस और यूरोप के कुछ हिस्सों पर निर्भर है। लेकिन युद्ध के कारण वीजा संबंधी परेशानियां सामने आ रही हैं। जिसके चलते गोवा को इस सीजन में उन्हें लुभाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
2019 में, लगभग 71,27,000 घरेलू पर्यटक और 9,31,000 विदेशी पर्यटक गोवा पहुंचे थे। लेकिन कोविड-19 के कारण यह संख्या 2020 और 2021 में गिर गई। यह संख्या कम होकर मात्र 3 लाख घरेलू पर्यटकों और 32,000 विदेशी पर्यटकों तक सिमट गई।
रूस से लगभग 80,000 से 90,000 लोग हर साल छुट्टियां मनाने गोवा आते हैं। ब्रिटेन से भी लगभग 50,000 लोग गोवा घूमना पसंद करते हैं।
अब जब कोविड महामारी का संक्रमण कम हो रहा है, तो राज्य को उम्मीद है कि गोवा में विदेशी पर्यटक आएंगे, लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
गोवा एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि रूस से कुछ उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं, जो अक्टूबर के लिए निर्धारित थीं। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, हां, रूस से कुछ उड़ानें रद्द हैं। हालांकि हमें उम्मीद है कि नवंबर से हालात में सुधार होगा।
ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (टीटीएजी) के अध्यक्ष नीलेश शाह ने आईएएनएस को बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण बुकिंग में कमी आई है और कैंसिलेशन भी हुआ है।
शाह ने कहा, रूस से लोग गोवा घूमने आना चाहते हैं। नवंबर से तीन चार्टर उड़ानें (प्रति सप्ताह) गोवा पहुंचेंगी।
उन्होंने कहा, हमें फीडबैक मिला है कि वे (रूसी) गोवा आने के इच्छुक हैं, हालांकि उनके देश में प्रतिबंध हैं।
ब्रिटेन के पर्यटकों के बारे में शाह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के आश्वासन के मुताबिक वीजा की समस्या का समाधान हो जाता है तो यह पर्यटन उद्योग के लिए अच्छा होगा।
शाह ने कहा, नवंबर से यूके से एक फ्लाइट हर हफ्ते गोवा पहुंचेगी। अगर यूके वीजा की समस्या का समाधान हो जाता है तो उड़ानें 1 से बढ़कर 5 हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, पिछले दो साल खराब रहे हैं, इसकी तुलना में यह एक अच्छी शुरूआत है। हमें उम्मीद है कि चीजें बेहतर होंगी। लेकिन हमारा ध्यान घरेलू पर्यटकों पर रहेगा क्योंकि वे गोवा आएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर वीजा का मामला सुलझ जाता है तो दिसंबर और जनवरी से ब्रिटेन से आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी।
गोवा फॉरवर्ड के अध्यक्ष और विधायक विजय सरदेसाई के मुताबिक, पहले रूस से 35 से 40 फीसदी पर्यटक हर साल गोवा आते थे। लेकिन अब रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण ये पर्यटक नहीं आएंगे।
सरदेसाई ने दावा किया कि यदि यूनाइटेड किंगडम से पर्यटक वीजा संबंधी परेशानियों के कारण नहीं आ पाते हैं तो राज्य को 500 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
सरदेसाई ने पहले कहा था कि विदेश मंत्रालय द्वारा नए वीजा प्रतिबंध के कारण गोवा के होटलों में प्रति दिन 7 से 8 बुकिंग रद्द हो रही है।
सरदेसाई ने कहा, गोवा में सालाना कम से कम 40,000 से 50,000 पर्यटक यूके से आते हैं। पूर्व महामारी अवधि के आंकड़ों के अनुसार, प्रत्येक पर्यटक लगभग 98,000 रुपये खर्च करता है, जिसका अर्थ है कि इस क्षेत्र से लगभग 500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यूनाइटेड किंगडम वीजा के मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया है।
सावंत ने कहा, मैंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ यूके वीजा मुद्दे पर चर्चा की है। इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। विदेश मंत्रालय से संबंधित कुछ मुद्दे थे, इसलिए इसमें देरी हो रही थी। लेकिन उन्होंने इसे जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया है।
पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने पिछले विधानसभा सत्र के दौरान कहा था कि गोवा मुख्य रूप से दो बाजारों, यूके और रूस और यूरोप के कुछ हिस्सों पर निर्भर है।
खुंटे ने कहा, आज मुख्य रूप से हम दो बाजारों, यूके और रूस और यूरोप के कुछ हिस्सों पर निर्भर हैं। क्या हम सही रास्ते पर हैं? क्या हम उन्हीं पर्यटकों को देख रहे हैं जो आ रहे हैं? हम आने वाले घरेलू पर्यटकों को कैसे देखते हैं? इसके लिए हम यह देखने की जरूरत है कि हम कैसे आगे बढ़ते हैं।