टीचर गैंगरेप मामले में चौकी इंचार्ज सस्पेंड, एक आरोपी अरेस्ट
लखनऊ
लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र में हुई गैंग रेप की घटना में लापरवाही बरतने के आरोप के तहत चौकी इंचार्ज हुसडिया हुसैन अब्बास को डीसीपी ईस्ट ने निलंबित कर दिया है। 15 तारीख को ट्यूशन पढ़ाकर लौट रही युवती के साथ ऑटो चालक और उसके एक साथी ने गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया था। रेप करने के बाद आरोपी पीड़िता को हुसडिया चौराहे पर फेककर फरार हो गए थे। ताजा जानकारी के अनुसार पुलिस ने मामले में एक आरोपी आकाश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है, दूसरे आरोपी के लिये दबिश जारी है।
आरोप के मुताबिक घटना के बाद पीड़िता की शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस ने लापरवाही बरती, जिसकी वजह से अब चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही लापरवाही के मामले में एडीसीपी ईस्ट को मामले में जांच कर अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश दिया है, जिन्होंने लापरवाही बरती। डीसीपी ईस्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस मामले में तत्परता से जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
लखनऊ में एक 18 साल की युवती हैवानियत का शिकार हो गई। आरोपियों ने पहले युवती को अगवा कर लिया। इसके बाद मॉल के पीछे झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ वारदात को अंजाम दिया। शोर मचाने पर उसके सिर पर भी वार किया, जिससे वह बेहोश हो गई। फिर उसे हुसड़िया चौराहे पर फेंककर चले गए। आरोपियों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया, जब वह ट्यूशन पढ़ाकर ऑटो से घर वापस जा रही थी। मामले में विभूतिखंड थाने में पुलिस ने मुकादमा दर्ज किया है।
तीन घंटे तक की हैवानियत
पीड़िता के मुताबिक, वह लखनऊ के हुसैनगंज में रहती है। वहीं रोज की तरह घर से चिनहट के फायर स्टेशन के पास पढ़ाने गई थी। शनिवार शाम को करीब 6:45 पर ऑटो के इंतजार में खड़ी थी। उसी दौरान ऑटो चालक ने चारबाग जाने के लिए पूछा तो वह बैठ गई। उस समय ऑटो में दो लोग थे, एक आटो चालक और एक लड़का था। वो लोग कुछ दूर जाने के बाद गलत रास्ते पर ले जाने लगे, इस पर पीड़िता ने विरोध किया और शोर मचाया, लेकिन वो लोग उसे अंधेरे कि तरफ ले गए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने एक-एक कर पीड़िता के साथ बलात्कार किया।