युवाओं को आत्म-निर्भर बनाने उच्च शिक्षा विभाग की पहल
- एमएसएमई और उच्च शिक्षा विभाग के मध्य हुआ एमओयू
भोपाल
प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के साथ अपने कौशल को निखारने और रोजगार को बेहतर अवसर उपलब्ध कराने उच्च शिक्षा विभाग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की उपस्थिति में प्रमुख सचिव एमएसएमई पी. नरहरि और अपर आयुक्त उच्च शिक्षा कर्मवीर शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री सखलेचा ने कहा कि यह अत्यंत आवश्यक है कि हम उच्च शिक्षा का उपयोग कहाँ और कैसे कर रहे हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उद्योगों की महत्वपूर्ण और आवश्यक भूमिका है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आईटी में भविष्य में लगभग तीन लाख से ज्यादा युवाओं की जरूरत होगी। सखलेचा ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग सभी जिले के युवाओं से उनके क्षेत्र में चल रहे उद्योगों का सर्वे कराया जाना चाहिए। इससे न सिर्फ हमें उद्योगों का डाटा मिलेगा बल्कि युवाओं को इस एक्सपोजर से प्रेरणा भी मिलेगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को परिपूर्ण शिक्षा की डिग्री मिले, इस उद्देश्य से आज एमएसएमई विभाग के साथ समझौता किया गया है। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा आयोजित रोजगार मेले में उच्च शिक्षा विभाग के प्रशिक्षित विद्यार्थियों को शामिल कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जायेंगे। महाविद्यालयों द्वारा कॅरियर अवसर मेले में उद्योग विभाग द्वारा कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किया जायेंगे। डीआईसी और सेडमैप कौशल विकास प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान करेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग और द अमेरिका इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट और मार्केट अलाइनड स्किल फाउन्डेशन में मध्य भी एमओयू हुआ। अपर आयुक्त कर्मवीर शर्मा और एआईएफटी की कृति प्रधान तथा एमएएसएफ की शैलजा प्रधान ने हस्ताक्षर किए। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा शैलेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे।