सैलाना में नगर पंचायत चुनाव : कांग्रेस ने जीता, पारस दादा ने माना आभार
- सैलाना मे कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत
- चेतन्य शुक्ला अध्यक्ष बने
- सारे हथकंडे अपनाने के बाद भी बीजेपी को सफलता नहीं मिली
(अमिताभ पाण्डेय)
भोपाल
आज संपन्न हुए चुनाव में कांग्रेस के चैतन्य उर्फ लक्की शुक्ला सैलाना नगर परिषद के अध्यक्ष चुने गये हैं। चुनाव मे कांग्रेस ने भाजपा को पराजित कर दिया । 15 सदस्य परिषद में कांग्रेस को 9 मत तथा भाजपा को 6 मत मिले ।
कांग्रेस प्रत्याशी को मिली जीत के लिए सैलाना विधायक हर्षविजय गहलोत और पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने जनता के प्रति आभार प्रकट किया है। श्री सकलेचा के अनुसार भाजपा ने चुनाव में पूरी ताकत लगा दी। इसके साथ ही जिला प्रशासन भी भाजपा के एजेंट की तरह कार्य करता रहा । फिर भी भाजपा प्रत्याशी चुनाव हार गए।
श्री सकलेचा ने बताया कि प्रशासन ने पहले वार्ड नंबर 15 से विजयी प्रत्याशी मंगलेश कसेरा का चुनाव निरस्त करने के लिये गैर कानूनी नोटिस जारी किया । उसके बाद वार्ड नंबर 5 से विजयी उम्मीदवार जगदीश पाटीदार की दुकान को तोड़ने का नोटिस दिया ।
जब इन दोनों में सफलता नहीं मिली तो वार्ड क्रमांक 4 से विजयी उम्मीदवार चैतन्य उर्फ लक्की शुक्ला के खिलाफ सुरेंद्र मेहता के जानकारी छिपाने के आवेदन को नियम के वितरित स्वीकार कर नोटिस जारी किया । 13 अक्टूबर को शिकायत पेश हुई, 13 को ही दर्ज कर, 13 को ही नोटिस जारी कर, 13 को ही नोटिस तामील भी हो गए, और 14 को सुनवाई भी रख ली गई । 14 को शहर में वीआईपी मुवमेंट होने से कलेक्टर को समय नहीं मिल पाने पर अगले वर्किंग डे यानी 17 अक्टूबर को सुनवाई रखी गई , तथा उसे बढाकर 18 को सुबह 11 बजे सुनवाई रखी गयी । कलेक्टर की यह कार्यवाही दूषित मानसिकता की ओर इशारा करती है क्योंकि 18 अक्टूबर को अध्यक्ष का चुनाव होना था।
मध्य प्रदेश नगर पंचायत अधिनियम धारा 20 के अनुसार निर्वाचित पार्षद के खिलाफ निर्वाचन को चुनौती देने के संबंध में किसी भी प्रकार की कार्रवाई को चुनौती देने के लिए केवल निर्वाचन याचिका प्रस्तुत की जा सकती है , जिस पर सुनवाई के अधिकार केवल जिला न्यायाधीश को है । उक्त जानकारी के बावजूद कलेक्टर ने अपने अधिकारिता के बाहर जाकर शिकायत पर संज्ञान लिया है ।
17 तारीख को शाम की 7 बजे वार्ड नंबर 5 से विजयी उम्मीदवार जगदीश पाटीदार के खिलाफ 10 साल पुराने प्रकरण में जो तीन साल से थाने मे लंबित था , बिना किसी ठोस दस्तावेज के धारा 420 तथा 34 में प्रकरण दर्ज कर लिया गया तथा उनको गिरफ्तार करने का प्रयास किया
श्री सकलेचा के अनुसार प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही के बाद भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ी तथा उसे 15 मे से मात्र 6 वोट पर संतोष करना पडा । जबकि चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह 3 घंटे सैलाना में रहे थे वहा सभा लेकर , भ्रमण किया था । इसके बाद भी जनता ने भाजपा का समर्थन नहीं किया।