राजनीति में मेरी रुचि कायम है: गुल पनाग
एक्ट्रेस गुल पनाग की वेब सिरीज ‘गुड बैड गर्ल’ 14 अक्टूबर को रिलीज हुई है। इसमें उनको एक लॉ फर्म चलाते हुए दिखाया गया है। उन्होंने इस सिरीज में अपने किरदार, कहानी से लेकर रियल लाइफ तक के बारे में बात की और बताया कि इस सिरीज के लिए हां कहने के बाद उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट पढ़ी थी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो आने वाले समय में अपने आपको केंद्रीय मंत्री के तौर पर देखना चाहती हैं। फिलहाल, मैं अभी किसी पार्टी के साथ नहीं हूं, पर राजनीति से जुड़ाव तो अभी भी है। राजनीति में मेरी रुचि कायम है और मैं मानती हूं कि राजनीति में सबकी रुचि होनी चाहिए। लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें फर्क ही नहीं पड़ता कि देश में क्या हो रहा है? राजनीति में जाने वाले फैसले से देशवासियों की जिंदगी पर असर पड़ता है। किसी वोट के जरिए नहीं, बल्कि अपने मत के जरिए मैं पब्लिक का हिस्सा बनना चाहती हूं। एक बार किसी ने कहा था, 'एक्ट्रेस हो, एक्टिंग ही करो।' अरे भई! कार्टूनिस्ट, वकील, पत्रकार आदि होकर अगर लोग राजनीति में आ सकते हैं, तब लोग कैसे कह सकते हैं कि आर्टिस्ट होकर राजनीति में नहीं आया जाता। मेरे कहने का मतलब सिर्फ ये है कि अक्सर लोग समझते हैं कि महिला हो, तब राजनीति के बारे में आपका कोई विचार नहीं होना चाहिए। दूसरा, आप फिल्म इंडस्ट्री से हो तो आपका कोई विचार नहीं होना चाहिए। किसी के कमेंट से मुझे कभी कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मेरे कैरेक्टर का नाम जाइना है, जो एक वकील है। मेरी लॉ फर्म में माया आहूजा काम करती है और ये शो उसके बारे में है। माया एक बैड गर्ल है, पर गुड भी है। मैं शो में उसकी बॉस का रोल प्ले कर रही हूं। अगर घी सीधी उंगली से नहीं निकलता है, तब माया उसे टेढ़ी उंगली से निकालने वालों में से है। इस चक्कर में वो गलती कर बैठती है, जिससे उसकी नौकरी जाने वाली होती है। वो बोलती है कि उसको कैंसर है। अब वो सच है या नहीं, यो तो शो देखने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन उससे एक किस्सा शुरू होता है, जिससे उसको बार-बार एक नई कहानियां बनानी पड़ती हैं। उसमें बहुत हिम्मत है। उसके रास्ते में जो भी रुकावटें आती हैं, वो उसका कैसे भी करके हल निकाल ही लेती है और इससे आगे बढ़ जाती है। जब मुझे ये शो आॅफर किया गया था, तब मैं वकालत कर रही थी। इस शो में भी मुझे एक वकील का किरदार निभाना था, इसलिए मुझे लगा कि इससे बेहतर और कोई किरदार नहीं हो सकता है। इस वजह से मैंने इसकी कहानी सुनने से पहले ही हां बोल दिया था। मुझसे जब कहा गया कि एक बार स्क्रिप्ट तो पढ़ लीजिए, तब मुझे लगा कि इतने अच्छे लोग जुड़े हैं और मेरा वकील का किरदार है। अभी-अभी मैंने वकालत की है, ये रोल मुझे भगवान की तरफ आॅफर हुआ है। इसे करना ही चाहिए। हामी भरने के बाद स्क्रिप्ट पढ़ी, तब बहुत बढ़िया लगा। मैं ऐसा नॉर्मली नहीं करती हूं, पर इसके लिए किया।