2022-23 में देश में शकर उत्पादन 410 लाख टन तक पहुंचेगा-इस्मा
इंदौर
नए शकर वर्ष (सत्र) 2022-23 में देश में शकर का कुल उत्पादन रिकार्ड स्तर पर पहुंच सकता है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने यह अनुमान लगाया है। इस्मा के अनुसार इस शकर वर्ष में देश में शकर का कुल उत्पादन 410 लाख टन तक पहुंचेगा। एक अक्टूबर से ही नया शकर वर्ष शुरू हुआ है। यह बीते शकर वर्ष 2021-22 के मुकाबले करीब 5 प्रतिशत ज्यादा है। बीते वर्ष शकर का कुल उत्पादन 392 लाख टन था।
इस्मा ने सैटेलाइट मैपिंग के आधार गन्ने की बुवाई व स्थिति को देखते हुए शकर उत्पादन का आंकड़ा जारी किया है। इससे पूर्व के इस्मा के उत्पादन अनुमान ने आंकलन 355 लाख टन था। पहले का अनुमान जुलाई में जारी किया गया था। दरअसल संगठन ने देश में गन्ने का कुल बुवाई क्षेत्रफल 59 लाख हेक्टेयर आंका है। जो कि बीते वर्ष के मुकाबले 6 प्रतिशत ज्यादा है। सरकार इथेनाल से ईंधन नीति को बढ़ावा दे रही है। इस लिहाज से ईंधन में 12 प्रतिशत ईथेनाल ब्लेंडिंग के लिहाज से 45 लाख टन शकर का उपयोग ईथेनाल के उत्पादन में हो सकता है। इस लिहाज से कुल करीब 365 लाख टन शकर देश में उपभोग के लिए उपलब्ध रहेगी। शकर की पर्याप्त उपलब्धता के आधार पर अब अगले पूरे वर्षभर बाजारों में शकर के दाम सामान्य से नरम बने रहने की उम्मीद है।