वंशवाद की राजनीति पर BJP का यू-टर्न, हिमचाल में मंत्री और नेताओं के बेटों को टिकट
शिमला।
भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिस तरीके भगवा पार्टी ने टिकट बंटवारा किया है उससे यह प्रतीत होता है कि उसने वंशवाद की राजनीति पर यू-टर्न ले लिया है। आपको बता दें कि बीजेपी ने मौजूदा कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के दो पूर्व नेताओं के बेटों को टिकट दिया है।
भाजपा ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे रजत ठाकुर को धर्मपुर से, पूर्व मंत्री नरिंदर बरागटा के बेटे चेतन ब्रगटा को जुब्बल-कोटखाई से और भोरंज से पूर्व मंत्री आईडी धीमान के बेटे अनिल धीमान को मैदान में उतारा है। भाजपा के मंडी सदर उम्मीदवार अनिल शर्मा पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुख राम के बेटे हैं। भाजपा ने 62 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। ऐसी भी संभावना है कि बीजेपी कुल्लू से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह को मैदान में उतार सकती है।
भाजपा ने 2021 के विधानसभा उपचुनावों के लिए जुब्बल-कोटखाई से चेतन को टिकट देने से इनकार कर दिया था। उनके पिता नरिंदर ब्रगटा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। वंशवाद की राजनीति के डर से भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।