मछुआरों के कल्याण हेतु प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना
सिंगरौली
जिले में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मत्स्य पालन व्यवसाय करने वाले मत्स्य पालकों को आत्म निर्भर बनाने एवं उनकी आय को दुगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना लागू की गई है, इसमें शासन द्वारा संचालित योजनाओं में 40 से 60 प्रतिशत अनुदान राशि पात्रतानुसार दिये जाने का प्रावधान है।कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत संचालित योजनाएं स्वयं की भूमि में तालाब निर्माण, मत्स्य बीज संबंर्धन तालाब निर्माण, मत्स्य बीज उत्पादन के लिए हैचरी स्थापना, वायोफ्लाक स्थापना, आर.ए.एस. स्थापना, फिश-फीड मिल स्पापना, फिस कियोस्क स्थापना आइस प्लान्ट निर्माण, साइकल विथ आइस बाक्स, मोटर साइकल विथ आइस बाक्स, थ्री-व्हीलर-विथ आइस बाक्स, योजनाओं का लाभ लेने के लिए निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन कार्यालय में दिनांक 30.10.2022 तक जमा किये जा सकते हैं।
उन्हाने बताया कि प्राप्त आवेदन पत्र प्रथम आओं-प्रथम पाओं के आधार पर निराकृत किये जायेंगे। योजनाओं में सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग के हितग्राहियों को 40 प्रतिशत अनुदान एवं महिला वर्ग अनुसूचित जन जाति अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राहियों को 60 प्रतिशत अनुदान की पात्रता निर्धारित है।प्राप्त आवेदनों का निराकरण वर्ष 2023-24 हेतु प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के जिला स्तरीय संचालक मण्डल के निर्णय के आधार पर होगा, आवेदक स्वयं के व्यय अथवा बैंक ऋण की सहायता से योजनाओं का निर्माण क्रियान्वयन कर सकते हैं। हितग्राही को अनुदान की पात्रता मूल्यॉकन के बाद होगी। अधिक जानकारी कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग से प्राप्त की जा सकती है।