Rajasthan में भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान से खफा हैं PM Modi, आबूरोड़ में भीड़ नहीं जुटने पर जताई नाराजगी
Rajasthan में भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खफा है। बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान के नेताओं को पार्टी में अनुशासन और एकजुटता बनाए रखने का सख्त संदेश देते हुए। आगामी दिनों में जयपुर में जन आक्रोश रैली के जरिए होने वाली जनसभा को बड़े पैमाने पर सफल बनाने का संदेश दिया है। पिछले दिनों आबूरोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ नहीं जुट पाने से पीएम मोदी संगठन और प्रदेश के नेताओं से नाराज है। शायद यही वजह रही कि पीएम मोदी आबूरोड में राजस्थान की जनता को दंडवत प्रणाम कर चले गए। संभवतया नरेंद्र मोदी आने वाले दिनों में जयपुर में बड़ी सभा कर सकते हैं। ऐसे में पार्टी शीर्ष नेतृत्व में सभी नेताओं को एकजुट होकर मोदी की सभा में पांच लाख लोगों की भीड़ जुटाने के निर्देश दिए हैं।
आबूरोड में रैली में भीड़ नहीं जुटने से पीएम मोदी नाराज
पिछले दिनों आबूरोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने आबूरोड में एक जनसभा भी की थी। जनसभा में देर रात हो जाने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाउडस्पीकर पर भाषण नहीं दिया था। जनसभा में मौजूद भीड़ को दंडवत प्रणाम करने के बाद पीएम मोदी वहां से निकल गए थे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी सभा में भीड़ नहीं जुटने से भाजपा के प्रदेश संगठन और नेताओं से नाराज हैं।
जयपुर में 5 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का दिया लक्ष्य
भाजपा की कोर कमेटी में पिछले दिनों आबूरोड में पीएम मोदी की जनसभा में भीड़ इकट्ठी नहीं होने से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश इकाई पर नाराजगी जताते हुए पार्टी नेताओं को आगामी दिनों में जयपुर में होने वाली पीएम मोदी की जनसभा में 5 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य दिया है। वही प्रदेश में जन आक्रोश रैली को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ सफल बनाने के लक्ष्य भी दिए गए हैं।
राजस्थान में पार्टी के बीच चल रही खींचतान से खफा है पीएम मोदी
राजस्थान में भाजपा नेताओं के बीच सीएम फेस को लेकर चल रही खींचतान से पीएम मोदी और शीर्ष नेतृत्व खफा है। कोर कमेटी की बैठक में एक बार फिर राजस्थान के नेताओं को एकजुट होकर अनुशासन में रहने की सीख दी गई है। आपको बता दें राजस्थान में सीएम फेस को लेकर पार्टी नेताओं में जबरदस्त खींचतान हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच गुटबाजी जगजाहिर है। ऐसे में पार्टी राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।