दही व लस्सी हरियाणवियों को खूब आ रही पसंद, उत्पादन व खपत में प्रदेश पहले स्थान पर
चंडीगढ़
घी-दूध और दही-लस्सी के सेवन के लिए विख्यात रहे हरियाणा में आमजन में फिर से दुग्ध उत्पादों में भरोसा बढ़ा है। एक तिमाही में प्रदेश में घी की खपत 29.95 प्रतिशत, लस्सी की 48.70 प्रतिशत और दही की खपत 54.5 प्रतिशत बढ़ी है। इसी तरह दूध की खपत सात प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी है।
प्रति व्यक्ति दुग्ध उत्पादन और खपत में हरियाणा पहले स्थान पर है। दुग्ध उत्पादों की खपत को बढ़ाने में सहकारी फेडरेशन की ब्रांडिंग और पैकेजिंग की रणनीति कारगर रही है। वीटा के उत्पादों की गुणवत्ता और मार्केटिंग में न केवल सुधार हुआ, बल्कि ग्राम स्तर पर दुग्ध सोसायटियों से अनुबंध करके वीटा बूथों के आउटलेट नेटवर्क को बढ़ाया गया है।
नतीजतन दूध और दूध से बने तरल पदार्थों की बिक्री में इस वर्ष अप्रैल से जून के दौरान गत वर्ष की तुलना में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। घी, दही एवं लस्सी की बिक्री में 55 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने बताया कि सहकारी फेडरेशन ने बेहतर प्रयास करके पिछले दो साल में सहयोगी संस्थाओं के साथ दुग्ध व्यवसाय और लाभ में भारी वृद्धि की है। वर्ष 2019-20 के 1159 करोड़ रुपये के कारोबार की तुलना में वर्ष 2021-22 में 1505 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। इससे उत्साहित फेडरेशन ने दुग्ध एवं अन्य खाद्य संयंत्रों के बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी करते हुए अंबाला में नए उन्नत संयंत्र की स्थापना के साथ ही दक्षिणी हरियाणा में आधुनिक स्तर का डेयरी संयंत्र स्थापित करने पर काम शुरू कर दिया है।
नए रंग-रूप में दिखेगा वीटा
रोहतक में खाद्य उत्पादों की सैंपलिंग के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला व मिल्क प्लांट में ट्रेट पैकेजिंग तथा जींद के घी संयंत्र का भी विस्तार किया गया है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि फेडरेशन वीटा उत्पादों के ब्रांड की समग्र बढ़ोतरी करने के लिए कई पहलुओं पर कार्य कर रहा है। जल्द ही वीटा के उत्पादों की उच्च गुणवत्ता के साथ- साथ पैकेजिंग में भी बदलाव नजर आएगा। उपभोक्ताओं को वीटा के बेहतर उत्पाद मिलेंगे।