शैक्षिक गुणवत्ता के लिए बेहतर प्लान बनाएं: राणा
रायपुर
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के संचालक श्री राजेश सिंह राणा ने समग्र शिक्षा और एससीईआरटी को समन्वय से कार्य करने पर जोर देते हुए कहा है कि एससीईआरटी और समग्र शिक्षा को राज्य में शिक्षा गुणवत्ता के लिए सकारात्मक योजना बनाकर काम करना चाहिए। उन्होंने कार्ययोजना के क्रियान्वयन की पाक्षिक बैठक में नियमित रूप से समीक्षा करने को भी कहा है। संचालक श्री राणा आज यहां एससीईआरटी में प्रारंभिक साक्षरता एवं संख्यात्मकता संबंधी बुनियादी दक्षताओं की जांच के लिए असर के संबंध में प्रदेश की गुणात्मक स्थिति की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में एससीईआरटी और समग्र शिक्षा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा श्री नरेन्द्र दुग्गा ने बैठक में पाठ्यचर्या एवं पाठ्यक्रम की समीक्षा के साथ कई अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में शिक्षा से संबंधित विभिन्न पहलू पर गहन विचार-विमर्श किया गया, जिसमें कक्षा पहली से पांचवी तक के अभ्यास पुस्तिका का निर्माण और असर के संदर्भ में सीखने के प्रतिफल पर आधारित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे के संबंध में शिक्षकों के भीतर जागरूकता लाना है। इसका उद्देश्य शिक्षकों को जागरूकता के स्तर पर पहुंचाना, जिससे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे के परिणामों को प्रभावित किया जा सके। नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनईएस) के परिणाम के संदर्भ में डिपस्टिक स्टडीज करना है। इस स्टडीज के माध्यम से बच्चों की कमजोरी का पता लगाकर सुव्यस्थित कार्ययोजना का निर्माण तथा उसे क्रियान्वित कर गुणवत्ता की दिशा में पूरी व्यवस्था उत्तरोत्तर प्रगतिशील बनाने का लक्ष्य रखा गया। कक्षा पहली से आठवीं के पाठ्यक्रम की समीक्षा पर भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया। चूंकि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठ्यचर्या का निर्माण किया जा रहा है। पाठ्यचर्या के पश्चात पाठ्यक्रम की समीक्षा आवश्यक होने के कारण इस विषय पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, समग्र शिक्षा और अन्य शिक्षाविदों के साथ विचार-मंथन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है।