हेलिकॉप्टर दुर्घटना की जांच करेगी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी
ईटानगर
सेना प्राधिकरण ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में भारतीय सेना के एक उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है। हेलीकॉप्टर में सवार पांच कर्मियों में से चार के शवों को अब तक बरामद कर लिया गया है। यह जानकारी शनिवार को अधिकारियों दी। दुर्घटना जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर मिगिंग गांव में शुक्रवार की सुबह हुई। हेलीकॉप्टर लिकाबली (असम में) से नियमित उड़ान पर था।
हेलीकॉप्टर के पायलटों के पास एएलएच-डब्ल्यूएसआई पर 600 से अधिक संयुक्त उड़ान घंटे और उनके बीच 1800 से अधिक सेवा उड़ान घंटे का अनुभव था। विमान को जून 2015 में सेवा में शामिल किया गया था।
उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर के दुर्घटना से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल को तकनीकी या यांत्रिक विफलता का संदेश प्राप्त हुआ था।
प्रवक्ता ने कहा कि परिजनों की सूचना के बाद हेलीकॉप्टर में सवार पांचों कर्मियों के नाम जारी किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हादसे में शहीद होने वालों के प्रति भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है।
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने कहा कि सेना और वायु सेना की टीमों के साथ दुर्घटना के तुरंत बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। हालांकि पहाड़ी ढलान और घने जंगल होने के कारण यह बेहद चुनौतीपूर्ण है।
एक एमआई-17, दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना की तीन टुकड़ियों को तलाशी अभियान में लगाया गया है।
एक अन्य रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है, जांच की जा रही है। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है।
अपर सियांग के पुलिस अधीक्षक जुम्मर बसर ने कहा कि दुर्घटनास्थल एक पहाड़ी क्षेत्र है और तलाशी अभियान को पूरा करने में समय लगेगा।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शुक्रवार को ट्वीट किया "अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के तूतिंग क्षेत्र के पास उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। राज्य सरकार ने बचाव दल को दुर्घटनास्थल पर भेजा है और सभी सहायता प्रदान की है।"
अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया, "अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में भारतीय सेना के उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में बहुत परेशान करने वाली खबर मिली। मेरी गहरी संवेदना है।"
इस महीने राज्य में सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना की यह दूसरी घटना है।
इसके पहले 5 अक्टूबर को तवांग के निकट अग्रिम इलाकों में नियमित उड़ान के दौरान चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से एक पायलट की मौत हो गई थी।