अब चीन में पुरुषों का राज? शी जिनपिंग की टॉप टीम में कोई महिला नहीं, 25 साल बाद हुआ ऐसा
बीजिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 5 साल के कार्यकाल के लिए रविवार को रिकॉर्ड तीसरी बार कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का महासचिव चुना गया। पार्टी संस्थापक माओ जेदोंग के बाद वह ऐसे पहले चीनी नेता हैं, जो इस पद पर तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 7 सदस्यीय पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में कोई महिला शामिल नहीं है। बीते 25 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है। इस समिति के सदस्य चीन की टॉप लीडरशिप के तौर पर जाने जाते हैं।
सुन चुनलन पिछले पोलित ब्यूरो में शामिल एकमात्र महिला थीं, जो इस बार रिटायर्ड हो गई हैं। चुनलन की जगह पर पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में किसी अन्य महिला को नियुक्त नहीं किया गया है। 7 पुरुषों से भरी यह स्थायी समिति ही अब अगले 5 साल तक देश पर शासन करेगी। ये हैं- शी जिनपिंग (69), ली कियांग (63), झाओ लेजी (65), वांग हुनिंग (67), काई क्यूई (66), डिंग ज़ुएक्सियांग (60) और ली शी (66)।
सीनियर नेताओं के केंद्रीय समिति से बाहर होने पर हंगामा
राष्ट्रपति जिनपिंग को सीपीसी के महासम्मेलन (कांग्रेस) में एक दिन पहले शक्तिशाली केंद्रीय समिति में चुना था। हालांकि, वह आधिकारिक सेवानिवृत्त आयु यानि 68 वर्ष की सीमा पार कर चुके हैं और उनका 10 साल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। वहीं, पार्टी में नंबर 2 के नेता व प्रधानमंत्री ली क्विंग समेत अधिकतर सीनियर नेता या तो रिटायर हो चुके हैं या वे केंद्रीय समिति में जगह नहीं बना पाए। इस वजह से चीन की राजनीति और सरकार में बड़ी उथल-पुथल मची है।
एएफपी ने चीनी मीडिया के हवाले से बताया कि शी जिनपिंग तीसरी बार सफलता पूर्वक सबसे पावरफुल नेता बन गए हैं। उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का पद रविवार को ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में पार्टी के सप्ताह भर चलने वाले 20 वें राष्ट्रीय कांग्रेस में ग्रहण किया। इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा, "आपने मुझ पर जो भरोसा किया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी को ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं।"