केन्या: 4 महीने से लापता दो भारतीयों की हत्या, राष्ट्रपति के करीबी का दावा
केन्या
केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो के एक करीबी ने दावा किया है कि पिछले चार महीने से लापता दो भारतीयों को डीसीआई की इकाई ने मार दिया है। इनमें से एक जुल्फिकार खान हैं जो बालाजी टेलीफिल्म्स के पूर्व सीओओ और स्टार टीवी के पूर्व कार्यकारी थे। वह केन्या में राष्ट्रपति विलियम रुटो के क्वांजा डिजिटल अभियान टीम का हिस्सा थे। जुल्फिकार और उनके दोस्त को ढूंढने के लिए इससे पहले फिल्म डायरेक्टर एकता कपूर और परिवारवाले भारत सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मदद मांग चुके हैं।
द नेशन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, जुल्फिकार अहमद खान और मोहम्मद जैद सामी ने राष्ट्रपति रूटो के विशेष अभियान में बहुत योगदान दिया था। दो भारतीयों के लापता होने के पीछे टीम का हाथ होने का संदेह है। दोनों जुलाई महीने में मोम्बासा रोड से टैक्सी ड्राइवर निकोडेमस मवानिया के साथ लापता हो गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनिट से जुड़े दो भारतीयों के लापता होने की जांच के बाद राष्ट्रपति रुटो ने पिछले शनिवार को एसएसयू को भंग करने का आदेश दिया था। इसमें कहा गया है कि ऐक्शन से एक दिन पहले यूनिट के लिए काम करने वाले 21 जासूसों को शुक्रवार को नैरोबी में आंतरिक मामलों की इकाई (आईएयू) मुख्यालय में बुलाया गया था।
केन्याई राष्ट्रपति के करीबी डेनिस इटुम्बी ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए दावा किया कि दो भारतीय और उनके ड्राइवर की मौत हो सकती है। उन्होंने कोई सबूत पेश नहीं किया, केवल इस बात की प्रबल आशंका जताई है। उन्होंने कहा, “हमेशा की तरह उन्होंने (जैद और खान) राष्ट्रपति के क्वंजा डिजिटल अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।"
उन्होंने कहा, "उन तक नहीं पहुंचा जा सका। बस दूसरे दिन, मुझे आखिरकार लोगों के बारे में दुखद जानकारी मिली। मुझे पता लगा है कि उन्हें नुकसान पहुंचाने वालों जिनका एकमात्र मिशन यह सुनिश्चित करना था कि डॉ रुटो राष्ट्रपति न बनें, भले ही लोगों को मारना ही क्यों न पड़े।"