मरीजों को PGI चंडीगढ़ ने दी सहुलियत, 25 साल का कागजी रिकार्ड होगा डिजिटलाइज, मोबाइल पर मिलेगी रिपोर्ट
चंडीगढ़
पीजीआइ चंडीगढ़ बीते 25 साल का कागजी रिकार्ड डिजिटलाइज करने जा रहा है। डिप्टी डायरेक्टर कुमार गौरव धवन ने बताया अस्पताल का सभी रिकार्ड डिजिटलाइज होने से मरीजों के साथ-साथ अस्पताल प्रशासन को भी इसका लाभ होगा।
किसी भी रिकार्ड की जांच के लिए घंटों का समय नहीं लगेगा। इसके लिए एक ऐसा साफ्टवेयर भी तैयार किया जा रहा है, जिसका लागइन आइडी और पासवर्ड हर अधिकारी के पास होगा। कोई भी अधिकारी अपने लैपटाप और मोबाइल पर अपनी फाइल से संबंधित जानकारी ले सकेगा। यहां तक की मरीजों के रिकार्ड को भी आनलाइन सेव कर रखने में आसानी मिलेगी। कई बीमारियों जैसे कैंसर, डायबीटिज, न्यूरो, आंखों से जुड़ी दिक्कतों का लंबे समय तक इलाज होता है, ऐसे में उन मरीजों का रिकार्ड आनलाइन होने से डाक्टरों को भी इलाज करने में मदद मिलेगी।
कंपनी को रोजाना 50 हजार पन्ने स्कैन कर तैयार करना होगा रिकार्ड
डिप्टी डायरेक्टर ने बताया पीजीआइ के सभी रिकार्ड को डिजिटलाइज करने के लिए टेंडर जारी कर दियाग या है, 28 अक्टूबर को टेंडर की टेक्निकल बिड खोली जाएगी। जो भी कंपनी इस काम के लिए आगे आएगी उसे अगले नौ महीने के अंदर अस्पताल का सभी कागजी रिकार्ड डिजिटलाइज करना होगा। इस प्रोजेक्ट के तहत रोजाना कंपनी को इन रिकार्ड के 50 हजार पन्नों को स्कैन कर उसे रिकार्ड के रूप में डिजिटलाइज कर साफ्टवेयर में अपलोड करना होगा।
कर्मचारियों की एसीआर से लेकर मंत्रालयों की मंजूरी तक एक मिनट में
पीजीआइ में सभी रिकार्ड डिजिटलाइन होने के बाद जो आनलाइन साफ्टवेयर तैयार किए जाएगा, उस साफ्टवेयर में कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट एसीआर की अप्रूवल से लेकर फाइल तैयार करने और तमाम प्रोजेक्टों के लिए जो फाइलें मंजूरी के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को भेजी जाती है, उन पर क्या स्टेट्स है, यह इस साफ्टवेयर के जरिए आनलाइन ही पता चल जाएगा।
फाइल दबाकर बैठने वाले कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
पीजीआइ में एक बार यह आनलाइन रिकार्ड और ट्रैकिंग साफ्टेवयर बनकर तैयार हो गया तो उससे जो कर्मचारी या स्टाफ फाइल दबाकर बैठता है या फिर समय पर काम नहीं रकता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इस साफ्टवेयर का यह फायदा होगा कि इससे काम में देरी और लापरवाही तत्काल पकड़ में आएगी। साथ ही हर काम के लिए जिम्मेदारी तय होगी और तय समय सीमा में सभी काम करने होंगे।