मूसेवाला के गांव में मनेगी काली दिवाली, इस वजह से गांववालों में है भारी नाराजगी
चंडीगढ़।
दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इंसाफ नहीं मिलने से नाराज गांव मूसा के लोग इस बार काली दिवाली मनाएंगे। पूर्व सरपंच बलविंद्र सिंह सिद्धू और मूसेवाला के ताऊ चमकौर सिंह सिद्धू ने बताया कि गांव मूसा में इस बार दिवाली नहीं मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सिद्धू पंजाबियों और गांव का मान था। उसकी हत्या के बाद से गांव गम में डूबा है। उसकी समाधि पर सैकड़ों लोग रोजाना पहुंचते हैं। गांव की तरफ से गुरुद्वारा साहिब से घोषणा की गई है कि इस बार गांव में दिवाली काली रहेगी।
मूसेवाला के माता-पिता बोले, हमें इंसाफ की उम्मीद नहीं
अपने बेटे को इंसाफ न मिल पाने के कारण मूसेवाला के माता-पिता में भी रोष है। सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह सिद्धू और मां चरण कौर ने कहा था कि हमें किसी सरकार और पुलिस से इंसाफ मिलने की उम्मीद नहीं रही है। सरकार कार्रवाई के बजाय सिर्फ दिखावा कर रही हैं। पंजाब पुलिस गैंगस्टरों के फर्जी रिमांड लेकर दिखावा करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मानसा पुलिस की कस्टडी से गैंगस्टर का फरार होना और पुलिस अधिकारियों की ओर से गैंगस्टरों से जफ्फी डालकर फोटो खिंचवाना साबित करता है कि पुलिस की सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गंभीर नहीं है।
मां चरण कौर ने कहा कि जिस अधिकारी बलतेज पन्नू ने सिद्धू की सुरक्षा के मामले को लीक किया, उस पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। बलतेज पन्नू पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए था। आम आदमी की बात करने वाली सरकार के राज में ही आम आदमी की सुरक्षा गायब है। आम आदमी पार्टी के 92 विधायकों में से किसी ने मूसेवाला कत्ल कांड में मुंह नहीं खोला हैं, क्योंकि उन्हें अपनी कुर्सियां प्यारी हैं।