Gwalior news: शराब फैक्ट्री के प्रति प्रेम पड़ गया भारी, कलेक्टर और बीजेपी नेता पर मामला दर्ज
ग्वालियर
Gwalior में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ तरुण भटनागर और तत्कालीन अध्यक्ष राकेश जादौन समेत आठ लोगों के खिलाफ ग्वालियर लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। पूरा मामला साल 2016 का है जब अधिकार न होने के बावजूद भी शराब फैक्ट्री को फायदा पहुंचाया गया था। तत्कालीन सीईओ तरुण भटनागर वर्तमान में निवाड़ी के कलेक्टर हैं। सामाजिक कार्यकर्ता संकेत साहू की शिकायत पर हुई है कार्रवाई घास मंडी इलाके में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संकेत साहू ने 23 जनवरी 2020 को ग्वालियर लोकायुक्त में एक शिकायत की थी।
इस शिकायत में जिक्र किया गया था की विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तत्कालीन अध्यक्ष राकेश जादौन एवं सीईओ तरुण भटनागर ने अधिकार न होने के बावजूद भी अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर रायरू डिस्टलरी को 26.59 हेक्टेयर आवासीय एवं सार्वजनिक व अर्ध सार्वजनिक जमीन को रायरु डिस्टलरी के विस्तार के लिए अनुमति दे दी गई है और इसके लिए मास्टर प्लान तक में छेड़छाड़ कर दी गई है, इस वजह से शासन को एक करोड़ से अधिक रुपए की राजस्व हानि हुई है।
कोर्ट में दायर किया गया था परिवाद संकेत साहू ने इस मामले में एक परिवाद भी कोर्ट में दायर किया था जिस पर कोर्ट ने जांच करने के निर्देश दिए थे और इसी निर्देश पर से 26 फरवरी 2020 को राकेश जादौन और तरुण भटनागर एवं अन्य 6 लोगों के खिलाफ जांच शुरू की की गई थी। इस जांच में सामने आया किस साडा की विकास योजना 2011 के अनुसार ग्राम जिनावली, ग्राम मिलावली और ग्राम निरावली के कुल रकबा 26.59 जो कि आवासीय वाणिज्यिक, सार्वजनिक मार्ग एवं हरित क्षेत्र के उपयोग की थी, उस भूमि को शराब फैक्ट्री रायरू डिस्टलरी को महज ₹135000 की फीस जमा करा कर फैक्ट्री के विस्तार के लिए दे दिया गया।