जबलपुर: आज शाम से नहीं चलेंगी बसें, बस आपरेटरों का है कहना- दिवाली के दिन बस चलाना खतरे से खाली नहीं
जबलपुर
दिवाली के त्योहार के मद्देनजर शाम से शहर में यात्री बसों का परिचालन बंद हो जाएगा। इसी के साथ अगले दिन मंगलवार को खर पड़वा (प्रतिपदा) के कारण बसों का संचालन पूरी तरह से बंद रहेगा। हालांकि, बुधवार से सड़कों पर पहले की तरह बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पांच दिनों तक दीपोत्सव पर्व मनाने की परपंरा है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि ग्रामीण रूट पर चलने वाली यात्री बसों की संख्या में कमी आ सकती है। लिहाजा, छोटी दिवाली से ही शहर के दीनदयाल चौक स्थित आइएसबीटी (अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल) यात्रियों से गुलजार रहा। लोगों में घर पहुंचने की होड़ रही। भिलाई, दुर्ग, रायपुर रूट की बसों में यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ रही। ज्यादातर बसें ओवर लोड चलीं।
सुबह एक फेरा लगाकर खड़ी हो जाएंगी बसें
बस आपरेटरों की मानें तो कटनी, मंडला, डिंडौरी, सिवनी, छिंदवाड़ा, सागर, दमोह जाने वाली बसे सोमवार की सुबह यात्रियों को लेकर जाएंगी पर एक फेरा लगाने के बाद वापस आकर खड़ी हो जाएंगी। दूसरे दिन पड़वा पर बसों का संचालन बंद रहेगा। तीसरे दिन फिर बसों का संचालन शुरू होगा, लेकिन इनकी संख्या कम रहेगी।
रात में बस चलाने में जोखिम
बस आपरेटरों की मानें तो दिवाली की रात बस चलाना खतरे से खाली नहीं है क्योंकि रात में पटाखे फूटते हैं। जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है और इसी के साथ सवारी भी उतनी नहीं मिलती है। कर्मचारी भी अवकाश पर रहते हैं।
पड़वा पर मेट्रो बसें भी रहेंगी बंद
दिवाली के दूसरे दिन पड़वा के मद्देनजर मेट्रो बसों का संचालन भी बंद रहेगा। हालांकि, दिवाली वाले दिन रात नौ बजे तक बसों का संचालन होगा। जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि भाईदूज के दिन से बसें फिर से चलने लगेंगी।
380 बसों हो रही संचालित
शहर में आइएसबीटी से रोजाना 380 बसें चलती हैं। सुबह चार बजे से बसें छूटने लगती हैं और यह सिलसिला रात भर चलता रहता है। जबलपुर से डिंडौरी, कटनी, मैहर, सागर, रीवा, मंडला सहित अन्य राज्यों के लिए बसों का संचालन किया जा रहा है।