ऋषि सुनक ने पीएम बनते ही क्यों दिया पार्टी सांसदों को संदेश – ‘एक रहो या मरो’
लंदन
ब्रिटेन में मची सियासी उथलपुथल के बीच प्रधानमंत्री चुने गए ऋषि सुनक ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों को बड़ी सीख दी है। ऋषि सुनक ने सांसदों को 'एक रहो या मरो' के मंत्र पर काम करने की नसीहत दी है। मंगलवार को हुई कंजरवेटिव पार्टी की मीटिंग में ऋषि सुनक ने यह बात कही। 42 वर्ष के सुनक बीती दो सदियों में ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के पीएम हैं। एक मजेदार तथ्य यह भी है कि चर्चिल के बाद वह ब्रिटेन के सबसे छोटे कद के प्रधानमंत्री होंगे, जिनकी लंबाई 5 फुट 6 इंच ही है। किंग चार्ल्स तृतीय से मिलने के बाद वह पीएम के तौर पर अपना कार्यभार संभालेंगे। आइए जानते हैं, ऋषि सुनक के पीएम बनने की चर्चाओं से लेकर अब तक क्या हुआ और आगे क्या होगा…
कुछ ही महीनों के अंदर बने हैं तीसरे पीएम
अर्थव्यवस्था को बेपटरी करने के आरोप झेल रहीं लिज ट्रस सितंबर के पहले सप्ताह में ही पीएम बनी थीं। लेकिन मंगलवार को वह अपनी कैबिनेट की आखिरी मीटिंग करने वाली हैं। इसके बाद किंग चार्ल्स तृतीय से मिलने के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। इस मीटिंग के बाद ऋषि सुनक भी किंग चार्ल्स से मुलाकात करेंगे। गुरुवार को ट्रस के इस्तीफे के बाद से ही सुनक का नाम तेजी से चल रहा था। उनके सामने बोरिस जॉनसन और पेनी मोरडॉन्ट के नाम चल रहे थे। लेकिन अंत में दोनों ही रेस से बाहर हो गए और भारतीय मूल के ऋषि सुनक के नाम पर ही मुहर लग गई।
अर्थव्यवस्था संभालना सुनक के लिए भी नहीं होगा आसान
पीएम चुने जाने के बाद ऋषि सुनक ने अपने संबोधन में कहा कि मेरी प्राथमिकता स्थिर और एकजुट पीएम है। हालांकि सुनक के लिए कंजरवेटिव पार्टी को एक रखना आसान नहीं होगा। अर्थव्यवस्था को सही दिशा में ले जाना एक मुश्किल टास्क होगा, जिसके चलते लिज ट्रस को भी कुर्सी गंवानी पड़ी है। ब्रिटेन में चुनाव की भी मांग हो रही थी, लेकिन टोरी पार्टी ने सुनक पर ही भरोसा जताया। मौजूदा संसद कार्यकाल जनवरी 2025 तक है। ऐसे में यदि कुछ अप्रत्याशित नहीं होता है तो सुनक को तीन साल का कार्यकाल मिलेगा।
विपक्ष बोला- ऋषि सुनक के पास क्या आइडिया है? कुछ बताया नहीं
फिलहाल सभी की नजरें इस बात पर हैं कि ऋषि सुनक कैसे अपनी कैबिनेट का गठन करते हैं। ऋषि सुनक कैबिनेट में जेरेमी हंट को वित्त मंत्री के तौर पर जगह मिल सकती है। फिलहाल सुनक का कहना है कि उनकी सरकार में हर टैलेंट को जगह दी जाएगी। टोरी पार्टी को गर्मियों से लेकर अब तक दो बार पीएम बदलना पड़ा है। हालांकि विपक्षी दल इसे लेकर हमलावर हैं। लेबर पार्टी की नेता की अंगेला रायनर ने ट्वीट किया, 'टोरी पार्टी ने बिना यह बताए कि सुनक पीएम के तौर पर क्या करेंगे, उन्हें ताज सौंप दिया है। उनके पास कोई जनादेश नहीं है। समस्याओं से निपटने के लिए कोई आइडिया और जवाब नहीं है।'