प्रदेश में सप्ताह के बाद फिर से मौसम में बदलाव दिखेगा
भोपाल
मध्य प्रदेश में मौसम (MP Weather) तेजी से बदल रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान सीतरंग का प्रदेश पर कोई भयानक असर नहीं पड़ रहा है। हालांकि नम हवा वजह से लगातार तापमान (temperature) में गिरावट देखी जा रही है। दरअसल चक्रवाती तूफान (Cyclone) बांग्लादेश के डर से टकराने के बाद कमजोर हो गई है। इसके मेघालय की तरफ से बढ़ने की संभावना बन गई है। जिसके कारण प्रदेश पर इसका असर नहीं दिखेगा। हालांकि उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवा से मध्यप्रदेश के मैदानी क्षेत्र में कोहरा और सिहरन बढ़ गया है।
वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा है। तापमान में सभी संभाग के जिले में विशेष परिवर्तन नहीं देखा गया है। जबलपुर सागर नर्मदा पुरम भोपाल और ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से कम और 4 संभाग के जिलों में सामान्य तापमान रिकॉर्ड किया गया। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ धार रतलाम और उज्जैन में दर्ज किया गया है।
नर्मदा पुरम और भोपाल संभाग के जिलों में सामान्य से कम उसे संभाग के जिलों में सामान्य तापमान रिकॉर्ड किया गया है। सबसे कम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस छिंदवाड़ा रायसेन में रिकॉर्ड किया गया। 1 सप्ताह के बाद फिर से मौसम में बदलाव दिखेगा। तेज ठंडी के साथ ओस गिरने की शुरुआत देखी जा रही है। उत्तरी हवाओं की वजह से ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। पटाखों की वजह से पहले इसकी हवा भी जहरीली हो गई है। स्वास्थ्य के लिए यह हवा काफी हानिकारक बताई जा रही है।
प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड की है। मध्यप्रदेश में हवा की तेजी के कारण ठंड में वृद्धि देखी जाएगी। न्यूनतम तापमान में कमी देखने को मिल सकती है। तापमान में और गिरावट होने के साथ इसकी विजिबिलिटी भी कम रहेगी। मौसम शुष्क बना रहेगा। इस बार ठंडे जल्दी शुरू होने की चेतावनी भी जारी की गई है।