मध्यप्रदेश उत्सव के रूप में होंगे स्थापना दिवस के कार्यक्रम – मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री ने की स्थापना दिवस से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर 1 से 7 नवंबर तक होने वाले कार्यक्रमों को "मध्यप्रदेश उत्सव" के स्वरूप में आयोजित किया जाए। सात दिन चलने वाली गतिविधियाँ जन-उत्सव के रूप में आनंद और अधिक से अधिक जन-भागीदारी के साथ हो। मुख्यमंत्री चौहान निवास कार्यालय में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के कार्यक्रमों संबंधी बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्थापना दिवस 1 नवंबर को प्रदेश की सभी शासकीय और निजी शिक्षण संस्थाओं में ससम्मान मध्यप्रदेश गान हो। बताया गया कि एक नवम्बर को भोपाल में होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक चरणजीत सिंह सौंधी मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत करेंगे। शिव महात्तम्य पर समवेत नृत्य नाटिका प्रस्तुत होगी। शंकर अहसान लाय का बैंड अपनी प्रस्तुति देगा। प्रदेश के 67वें स्थापना दिवस पर विभिन्न आकल्पन महाकाल महालोक की थीम पर होंगे। सभी शासकीय भवनों पर रोशनी की जाएगी।
जानकारी दी गई कि 2 नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी सम्मेलन में 43 लाख लाड़लियों के परिवार जुड़ेंगे। तीन नवम्बर को स्वच्छता पर केन्द्रित गतिविधियों में ऐतिहासिक स्थलों, महापुरूषों की प्रतिमाओं की साफ-सफाई होगी तथा प्रमुख स्थानों पर 67 दीप भी प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया जाएँ। प्रदेश में 3 से 6 नवम्बर तक खेल प्रतियोगिताएँ होंगी। ग्राम पंचायत तथा विकासखंड स्तर पर कबड्डी, कुश्ती, खो-खो, रस्सा कशी, वॉलीबॉल तथा फुटबाल की प्रतियोगिताएँ होंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों, युवाओं, महिलाओं और वृद्धों के लिए भी गतिविधियाँ करने के निर्देश दिए हैं।
बताया गया कि 4 नवम्बर को रोजगार दिवस और "एक जिला-एक उत्पाद" में कार्यक्रम किए जाएंगे। पाँच नवम्बर को मध्यप्रदेश के गौरव पर केन्द्रित गतिविधियाँ होंगी। इसमें सभी शिक्षण संस्थाओं में शहीद चंद्रशेखर आजाद पर नाट्य प्रस्तुति और देश भक्ति के गीतों पर प्रतियोगिताएँ की जाएंगी। इसी क्रम में 6 नवम्बर को वन्य-प्राणी सुरक्षा, ऊर्जा-संरक्षण एवं साक्षरता और पर्यावरण-संरक्षण से संबंधित गतिविधियाँ होंगी। इसमें स्कूली बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, दौड़ और क्विज का आयोजन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने वन्य-जीव और वनों की सुरक्षा पर गतिविधियाँ करने के निर्देश दिए। सात नवम्बर को सप्ताह भर हुई प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।