प्रदेश की पहली पंचायत बनी इटमा जहाँ हुआ स्वच्छता कर लागू
भोपाल
स्वच्छ गांव को लेकर यहां के एक ग्राम पंचायत ने कमर कसी है। पंचायत ने स्वच्छता टैक्स (swachh cess) लेने का निर्णय लिया है। इसे आगामी दिनों में लागू भी कर दिया जाएगा। ऐसा करने वाली बड़ा इटमा प्रदेश की पहली पंचायत भी बन गई। जानकारी के मुताबिक जिले के रामनगर ब्लाक में आने वाले बड़ा इटमा पंचायत की महिला सरपंच ने गांव में स्वच्छता कर लागू करने का प्रस्ताव पारित किया है। यह प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित किया गया है। पंचायत का दावा है कि यह प्रस्ताव ग्रामीणों की आम सहमति से पारित किया गया है। ग्राम सभा के दौरान पारित स्वच्छता कर के लिए मासिक 10 रुपए का निर्धारण किया गया है।
…ताकि सुचारू हो सके कचरा गाड़ी का संचालन
यह टैक्स इसलिए लगाया गया है कि कचरा गाड़ी का संचालन सुचारू हो सके। सरपंच गीता पांडेय ने बताया कि ग्राम सभा से पहले ग्रामीणों से चर्चा की गई है। उनकी सहमति के आधार पर यह प्रस्ताव पारित किया गया है। ग्रामीण इस बात से राजी है कि उनके गांव के कचरा साफ होगा। सरपंच ने बताया कि यह नागरिकों के ही विचार से किया गया है। बताया गया है कि पंचायत इस कर के एवज में अपशिष्ट जल प्रबंधन, पर्यावरण सुरक्षा और अन्य कार्य आगामी दिनों में प्रारंभ करेगी। ग्राम पंचायत की आबादी करीब 7 हजार है और इसमें 3100 वोटर हैं।
पहले से लिया जा रहा जल कर
बड़ा इटमा पंचायत में पहले से जल कर लिया जाता है। यहां बिना जल जीवन मिशन के ही पहले से घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है। यहां के युवा समाजसेवी सुभाष पांडेय ने बताया कि वर्ष 2000 से लेकर 2005 तक रहे सरपंच स्वर्गीय राकेश कुमार पांडेय ने यहां के नागरिकों के लिए घर-घर पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था की थी। इसके लिए 50 हजार लीटर की टंकी बनी है। इसी के माध्यम से पानी सप्लाई किया जाता है। पांडेय ने कहा कि ग्राम पंचायत पानी सप्लाई के लिए हर घर से 50 रुपए महीना जल कर ले रहा है। इसकी शुरुआत 2015 से हो गई थी। बीच में कई व्यवधान थे जिस कारण पानी की सप्लाई टंकी बन जाने के 10 साल बाद शुरू हुई।
बाजार के लिए भी लगेगा टैक्स
इस बार की ग्राम सभा में पावती का प्रावधान भी किया गया है। उपसरपंच लोलवा कोल की अध्यक्षता में हुई ग्राम सभा में एक और निर्णय लिया गया। यहां सोमवार को साप्ताहिक बाजार लगता है। इस बाजार के लिए भी कर लिया जाएगा। हालांकि यह कितने रुपए का होगा यह प्रस्ताव में नहीं आया। कहा गया है कि इसके बदले में पंचायत स्वच्छता, प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था करेगी। इसके अलावा आगामी दिनों में पक्का हाट बाजार उपलब्ध कराएगी। हाट बाजार के लिए सरपंच ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री को पत्र भी लिखा है।