खड़गे के ऐलान के बाद कांग्रेस में अचानक अंडर 50 हुए सक्रिय ,MP के नेताओं में उत्साह ,जीतू – राहुल के साथ चल रहे पैदल
भोपाल
कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा उदयपुर ब्लूप्रिंट वाला बयान देने के बाद मध्यप्रदेश में अंडर 50 वाले कांग्रेस नेता सक्रिय हो गए हैं। उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 50 प्रतिशत पद अंडर 50 के लिए आरक्षित रहेंगे। कोई भी इस मौके को चूकना नहीं चाहता।
खड़गे ने क्या कहा था…
चार दिन पहले कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद खड़गे ने कहा था- उदयपुर में जो ब्लू प्रिंट बना था, उसे लागू करने की जिम्मेदारी सब पर है। हमने तय किया था कि युवाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। संगठन में 50 % पद 50 की उम्र से कम लोगों को दिए जाएंगे। इसके अलावा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सशक्त किया जाएगा। ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खाली पदों को भरा जाएगा। पब्लिक इनसाइड डिपार्टमेंट, AICC इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट बनाए जाएंगे। सभी राज्यों में जल्द ही पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी बनेगी।
चार दिन पहले कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद खड़गे ने कहा था- उदयपुर में जो ब्लू प्रिंट बना था, उसे लागू करने की जिम्मेदारी सब पर है। हमने तय किया था कि युवाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। संगठन में 50 % पद 50 की उम्र से कम लोगों को दिए जाएंगे। इसके अलावा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सशक्त किया जाएगा। ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खाली पदों को भरा जाएगा। पब्लिक इनसाइड डिपार्टमेंट, AICC इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट बनाए जाएंगे। सभी राज्यों में जल्द ही पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी बनेगी।
कमलनाथ का विकल्प जीतू पटवारी
पिछले कुछ समय से जीतू पटवारी काफी तेजी से सक्रिय हुए हैं। कमलनाथ द्वारा निर्धारित सीमाओं से बाहर निकलकर एआईसीसी से कनेक्ट हैं और राहुल गांधी के लिए काम कर रहे हैं। स्वयं युवा हैं लेकिन 50 प्लस वाले नेताओं से भी अच्छे संबंध बना रहे हैं ताकि जब कुछ मिलने वाला हो तो जी23 वाले भी विरोध ना करें। जो ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट और दिग्विजय सिंह के साथ हुआ, वैसा उनके साथ ना हो।
मप्र कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक जीतू पटवारी अध्यक्ष पद के चुनाव में सक्रिय रहे। अध्यक्ष के दावेदारों अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह से लेकर मुख्य उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे से जीतू चुनाव के दौरान मिले। इसके बाद खड़गे के शपथ ग्रहण समारोह में भी जीतू शामिल हुए। इसके बाद जीतू खास दोस्त और कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी के साथ 'भारत जोड़ो' यात्रा में शामिल होने पहुंचे। जीतू ने तीन दिन तक राहुल के साथ कदमताल कर पदयात्रा की। जीतू की राष्ट्रीय नेताओं के साथ बढ़ी सक्रियता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि खड़गे की नई टीम में पटवारी को पद से नवाजा जा सकता है।
2018 में प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की वापसी में आदिवासी वर्ग का बड़ा योगदान था। 47 सीटों में से कांग्रेस को करीब 30 सीटें मिली थीं। अब कांग्रेस अगले साल के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आदिवासी वर्ग को साधे रखना चाहती है, लेकिन आदिवासी वर्ग के युवाओं का जयस संगठन के प्रति बढ़ता आकर्षण चुनौती बन सकता है। लिहाजा, AICC की नई टीम में जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा को शामिल कर आदिवासी युवा नेताओं की भागीदारी बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा, पूर्व डिप्टी सीएम जमुना देवी के भतीजे उमंग सिंघार, सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल, हिना कांवरे, विक्रांत भूरिया, डॉ. अशोक मर्सकोले, पांचीलाल मेड़ा को भी टीम में जगह मिल सकती है।