तीसरी से आठवीं तक के छात्र स्थापना दिवस समारोह से रहेंगे मुक्त
भोपाल
इस बार मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस समारोह से तीसरी से आठवीं तक के स्कूली बच्चों को मुक्त रखा जाएगा। इसके अलावा पांचवी, आठवीं, दसवीं और बारहवीं बोर्ड के बच्चों को अन्य विभागों के कार्यक्रमों में शामिल होने पर रोक लगाई गई है।
प्रदेश के स्कूलों में कक्षा तीन से आठ तक के स्कूली बच्चों की अर्द्धवार्षिक परिक्षाओं का आयोजन सात नवंबर से 16 नवंबर के मध्य होना है तथा मैरिट कम मींस की परीक्षा छह नवंबर को आयोजित है। इन परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए का स्कूल शिक्षा विभाग ने मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर एक नवंबर से सात नवंबर तक होने वाले कार्यक्रमों से इस बार कक्षा तीन से आठ तक के स्कूली बच्चों को मुक्त रखने के निर्देश दिए है।
प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और सभी जिला परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान को निर्देश जारी कर कहा गया है कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में क क्षा तीन से आठ तक के विद्यार्थियों को सहभागिता से मुक्त रखा जाए। कक्षा एक से बारह तक के शेष विद्यार्थियों के लिए बाल सभा में देश भक्ति गीतों की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा तथा इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा
इसी तरह पांचवी, आठवी, दसवी और बारहवी की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होंने वाले विद्यार्थियों को स्थापना दिवस पर अन्य विभागों के कार्यक्रमों से मुक्त रखा गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सभी शासकीय और अशासकीय शालाओं के बच्चे शामिल होंगे।
कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा। कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए बाल सभा में देशभक्ति के गीतों की प्रतियोगिता का आायेजन किया जाएगा और इनमें भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा अन्य विभागों के कार्यक्रमों में भाग लेने वाले विद्यार्थी विद्यालय समय के अंतर्गत एक घंटे से अधिक समय तक भाग लेने की अनुमति नहीं होगी। इन्हें स्कूलों से बाहर भी नहीं भेजा जाएगा।
एक नवंबर को सभी शालाओं में प्रार्थना सभा में मध्यप्रदेश गान का गायन किया जाएगा। प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, शाला प्रभारी द्वारा मध्यप्रदेश के इतिहास एवं विकास पर उद्बोधन दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश में वर्तमान में हुए महत्वपूर्ण उल्लेखनीय कार्यो के संबंध में चर्चा की जाएगी। पांच नवंबर को पहले तीन कालखंडों में होने वाली बाल सभ में सभी विद्यालयों में मध्यप्रदेश के भाभरा में जन्में अमरशहीद चंद्रशेखर आजाद के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन कराया जाएगा।