मप्र के आधा दर्जन मंत्रियों को सौराष्ट्र में मिली बड़ी जिम्मेदारी
- गुजरात विधानसभा चुनाव: आज,कल में घोषणा संभावित
- आधा दर्जन मंत्रियों सहित शताधिक कार्यकर्ताओं की टीम संभालेगी मोर्चा
भोपाल
गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा एक-दो दिन में संभावित है,लेकिन इसके पहले ही लगभग सभी प्रमुख दलों ने वहां चुनाव की बिसात बिछा ली है। सत्तारूढ़ दल भाजपा एक बार फिर विजयी परचम फहराने की तैयारी में है। अब तक हुए सर्वे भी उसके पक्ष में हैं। बावजूद इसके पार्टी ने पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने की तैयारी की। इस कार्य में मप्र भाजपा के आधा दर्जन मंत्रियों को सौराष्ट्र की विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं पार्टी के 90 कार्यकर्ता करीब डेढ़ माह से मप्र की सीमा से लगे मध्य गुजरात के आधा दर्जन जिलों में प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।
पिछले चुनाव में सौराष्ट्र ने दिया था झटका
54 विधानसभा सीटों वाला सौराष्ट्र गुजरात का वह क्षेत्र है जहां वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा नुकसान में रही। उसे सिर्फ 23 सीटों से संतोष करना पड़ा था,जबकि 45 फीसद वोट पाकर कांग्रेस ने 30 सीटें हासिल की थीं। इसे देखते हुए पार्टी ने इस बार सौराष्ट्र के लिए विशेष रणनीति तय की है। इस अंचल में प्रचार के लिए अन्य राज्यों के अलावा मप्र के आधा दर्जन मंत्रियों को भी प्रचार में उतारा जाएगा। पिछले चुनाव की स्थिति को देखते हुए प्रदेश के मंत्रियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती भी है और अपनी सियासी दक्षता दिखाने का अवसर भी।
आधा दर्जन जिलों में मप्र का खासा प्रभाव
पार्टी ने प्रचार की दृष्टि से समूचे गुजरात का चार जोन में बांटा है। इनमें दक्षिण गुजरात, उत्तर गुजरात, मध्य गुजरात और सौराष्ट्र के विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। गुजरात मध्य के छह जिलों की 37 विधानसभा सीटें मध्य प्रदेश से लगी हुई हैं। ये जिले हैं दाहौद खेड़ा, महिसागर, पंचमहल, बढ़ौदा ग्रामीण, बढ़ौदा नगर और आणंद। इन सीटों के लिए मप्र से दो प्रभारी बनाए गए हैं। इसमें एक जीतू जिराती हैं, जिन्हें चुनाव लडऩे से लेकर प्रबंधन का बेहतर अनुभव है।
वहीं, पूर्व संगठन मंत्री श्याम महाजन को संगठन का काम सौंपा गया है। इनके साथ संबंधित जिलों में दो-दो प्रभारी भी बनाए गए हैं और हर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी दो-दो कार्यकर्ताओं को तैनात किया है। प्रभारी द्वय के नेतृत्व में करीब 90 कार्यकर्ता बीते डेढ़ माह से पार्टी के प्रचार में जुटे हैं।
मप्र के इन मंत्रियों को मिला दायित्व
वहीं मंत्रियों की बात करें तो प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा व विश्वास सारंग वहां एक बार जनसभाओं को संबोधित भी कर चुके हैं। इनके अलावा मालवांचल मूल के जगदीश देवड़ा,डॉ मोहन यादव, इंदर सिंह परमार व राजवर्धन सिंह दत्तीगांव,चंबल अंचल से डॉ अरविंद भदौरिया च चुनाव प्रबंधन में महारत रखने वाले बुंदेलखंड के भूपेन्द्र सिंह को भी प्रचार का दायित्व सौंपा गया है।
सूत्रों के अनुसार, प्रदेश के गृह मंत्री एवं प्रखर वक्ता डा.नरोत्तम मिश्रा को बनासकाठा की नौ विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह जिला उत्तर,पूर्व गुजरात में आता है। जो राजस्थान का सीमावर्ती भी है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया स्टार प्रचारक की भूमिका में सौराष्ट्र के अलावा अन्य जोन में भी जनसभाएं लेंगे।
सर्वे ने दी मप्र के नेताओं को राहत
गुजरात चुनाव को लेकर एक दिन पहले आए सर्वे ने प्रचार के लिए तैनात मप्र के मंत्रियों को राहत भी दी है। यह सर्वे सी वोटर ने एबीपी न्यूज के साथ मिलकर किया। इसमें सौराष्ट्र की 54 सीटों पर इस बार भाजपा को वोट शेयर सबसे अधिक बढऩे की संभावना जताई गई है। सर्वे रिपोर्ट में कहा गया कि सौराष्ट्र में इस बार स्थिति पिछले चुनाव के उलट होगी। भाजपा को चुनाव में 44 फ ीसदी,कांग्रेस को 32,आम आदमी पार्टी को 18 व अन्य को सिर्फ 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
सर्वे अनुसार यदि सीटों का गणित लगाया जाए तो भाजपा को 54 में से 38 से 42,कांग्रेस को 11 से 15,आप को अधिकतम 1 और अन्य को अधिकतम दो सीटें मिल सकती हैं। इस सर्वे में भाजपा की 135 से 143 सीटों के साथ एक बार फिर सत्ता में वापसी की संभावना भी जताई गई है। सूत्रों का दावा है कि सर्वे भले ही तात्कालिक राहत देने वाला हो लेकिन मप्र के पार्टी नेता अपनी ओर से प्रचार में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।
इनका कहना
मप्र के करीब 90 कार्यकर्ताओं की टीम बीते डेढ़ माह से मध्य गुजरात से लगे मप्र के सीमावर्ती आधा दर्जन जिलों में तैनात हैं। इनकी 37 सीटों के लिए मुझे व श्याम महाजन को प्रभारी बनाया गया है। सौराष्ट्र में किनकी ड्यूटी लगी है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
जीतू जिराती, उपाध्यक्ष मप्र भाजपा