November 24, 2024

रीवा में बहन-बेटियों की इज्जत अब सुरक्षित नहीं है, प्रतिदिन महिलाओं के साथ छेडख़ानी, दुष्कर्म और प्रताडऩा की घटनायें हो रही हैं

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रीवा
रीवा में बहन-बेटियों की इज्जत अब सुरक्षित नहीं है। प्रतिदिन महिलाओं के साथ छेडख़ानी, दुष्कर्म और प्रताडऩा की घटनायें हो रही हैं। सरकार द्वारा बनाये गए सारे कानून दरिंदों के आगे बौने साबित हो रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा के मामले में रीवा डेंजर जोन में पहुंच गया है। विगत तीन वर्षों में रीवा संभाग में 952 बहन बेटियों व महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है। पुलिस से प्राप्त हुए आंकड़े डरावने हैं। बलात्कार की घटनाओं में अंकुश लगाने में पुलिस महकमा असहाय साबित हो रहा है। रीवा के साथ ही संभाग के अन्य जिलों मेंं भी यही हालात हैं। सतना, सीधी और सिंगरौली में भी बलात्कार की घटनायें आम हो गई हैं।

प्राप्त आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो पूरे संभाग में बेटियों पर खतरा मंडरा रहा है। घर की चहारदीवारी हो या फिर बाहर, महिलाओं का शोषण हो रहा है। सरकार और समाज द्वारा महिलाओं के उत्थान को लेकर चाहे जितने दावे किए जा रहे हों, पर आज स्थितियां विपरीत हैं। महिलाओं की इज्जत और जान को घर में ही खतरा है। घर के बाहर तो भेडि़ए नजर गड़ाए बैठे ही हैं। गंभीर चिंता की बात तो यह है कि छोटी बच्चियों तक को हवस का शिकार बनाया जा रहा है, उनका अपहरण हो रहा है, राह चलते छेड़छाड़ हो रही है। हर 4 दिन में 5 बहन बेटियों के साथ रेप हो रहा, अनुमान के मुताबिक हर 20 घंटे में बहन बेटियां हवश का शिकार हो रही हैं. फतवा समाचार पत्र आपको आंकड़ों पर आधारित यह खबर दिखा रहा हैं यह जानकारी मीडिया सूत्रों से पुलिस द्वारा दी गई जानकारी से ली गई हैं.

 273 दिन में 349 महिलाओं के साथ दुष्कर्म
वर्ष 2022 में अब तक 349 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनायें हो चुकी हैं। संभाग में 30 सितंबर 2022 तक कुल 349 बलात्कार के मामले दर्ज किये गए हैं।  हालांकि बलात्कार की कुछ ऐसी भी घटनायें हो रही हैं जो थाने तक नहीं पहुंच पा रही हैं। उन्हें पहले ही मैनेज कर लिया जा रहा है। ये आंकड़े संभाग में महिलाओं की सुरक्षा के दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त हैं।

हर वर्ष बढ़ रहे आंकड़े
महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में हर वर्ष वृद्धि हो रही है। सरकार ने कड़े नियम तो बना दिये, लेकिन दुष्कर्म की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस विभाग से प्राप्त आंकड़े शर्मसार करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020 में जहां रीवा संभाग में दुष्कर्म के मामले 290 थे, वर्ष 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 313 तक पहुंच गया। वहीं वर्ष 2022 में 349 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनायें सामने आई हैं। बता दें कि इस वर्ष मात्र 9 माह में दुष्कर्म के 349 मामले सामने आ चुके हैं. आल ओवर आंकड़ा देखा जाएं तो बीते 3 वर्षो में हर 20 घंटे में एक रेप हुआ हैं.

 संभाग में रीवा अव्वल
महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले में संभाग के चारों जिलों में रीवा अव्वल है। विगत तीन वर्षों में रीवा जिले में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की 952 घटनायें हुई हैं जो पूरी व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही हंै। वहीं दूसरे नंबर पर सतना जिला है, जहां विगत तीन वर्षों में 270 घटनायें हुई हैं। वहीं सीधी और सिंगरौली में भी अंाकड़े शर्मसार करने वाले हैं। यहां क्रमश: 106 और 184 बलात्कार की घटनाएं दर्ज हुई हैं।

तीन वर्षों में जिलेवार बलात्कार के आंकड़े
जिला       2020   2021   2022
रीवा         111      132    149
सतना        96        92     82
सीधी        30        37    39
सिंगरौली      53      52    79

इनका कहना
अपराधों पर अंकुश लगाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। पुलिस बलात्कार सहित अन्य मामलों को गंभीरता से ले रही है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
व्यंकटेश्वर राव, अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक, रीवा जोन

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