इन क्रिकेटर के नंबर की जर्सी अब कोई नहीं पहन सकता, हो चुकी है रिटायर
नई दिल्ली
भारत में क्रिकेट के दीवानों की कमी नहीं है और वह खिलाड़ियों को कभी कभी भगवान तक का दर्जा देने से नहीं चूकते। क्रिकेट के मैदान पर अपने कलाकारी दिखाने वाले कभी बल्ले तो कभी गेंद से दुनिया का दिल जीत चुके कुछ ऐसे दिग्गज हैं जिनको खास जगह मिली है। क्रिकेट की दुनिया ही नहीं अलग अलग खेल में कई ऐसे उदाहरण है जिसमें उनके द्वारा पहनी गई जर्सी को हमेशा के लिए उस खिलाड़ी के साथ रिटायर कर दिया गया।
फिल ह्यूज
आस्ट्रेलिया के बल्लेबाज फिल ह्यूज जिस जर्सी को पहनकर मैदान पर खेलने उतरते थे उनको एक दर्दनाक हादसे के बाद रिटायर कर दिया गया। साल 2014 में एक घरेलू मुकाबले के दौरान ह्यूज के सिर पर गेंद लगी थी जिसके बाद अस्पताल में उनका इलाज चला लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने ह्यूज की जर्सी नंबर 64 को उनके सम्मान में हमेशा के लिए रिटायर कर दिया। क्रिकेट के मैदान पर इस नंबर की जर्सी में कभी भी कई आस्ट्रेलिया का खिलाड़ी नजर नहीं आएगा।
पारस खड़का
नेपाल क्रिकेट टीम के दिग्गज कप्तान पारस ने साल अगस्त 2021 में अपने संन्यास की घोषणा की। टीम के लिए उनके द्वारा किए गए योगदान को ध्यान में रखते हुए क्रिकेट बोर्ड ने खास सम्मान देने का फैसला लिया। पारस ने नेपाल की तरफ से 77 नंबर की जर्सी में खेला और इसे हमेशा के लिए ही रिटायर करने का फैसला लिया गया। अब नेपाल की टीम की तरफ से कोई भी खिलाड़ी इस जर्सी को पहनकर मैदान पर नहीं उतरेगा।
सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने विश्व क्रिकेट पर दो दशक से भी ज्यादा तक राज किया। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा मैच खेलने का विश्व रिकार्ड बनाने वाले इस महान हस्ति के सम्मान में बीसीसीआइ ने उनकी 10 नंबर जर्सी को रिटायर करने का फैसला लिया। साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी मुकाबला खेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को सचिन ने अलविदा कहा और कुछ साल बाद शार्दुल ठाकुर इसी जर्सी में मैदान पर भारत की तरफ से खेलने उतरे। सचिन की जर्सी नंबर में खेलने उतरने के बाद बीसीसीआइ पर लोगों ने निशाना साझा साथ ही शार्दुल की भी जमकर आलोचना की गई। इसके बाद बोर्ड ने तय किया इस जर्सी को रिटायर कर दिया जाए।