एग्जाम एजेंसी से 35 हजार की परीक्षा कराने का था अनुबंध ,3 हजार पर सिमटी
भोपाल
मप्र कर्मचारी चयन मंडल चार और पांच नवंबर समूह-1 उप समूह-1 के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, प्रबंधक ( गुणवत्ता नियंत्रक) (कार्यपालिक) पदों की संयुक्त भर्ती परीक्षा और समूह-2 उप समूह-1 के तहत ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी एवं सहायक गुणवत्ता नियंत्रक के (कार्यपालिक) की भर्ती परीक्षा कराएगा। एग्जाम एजेंसी करार के मुताबिक उम्मीदवारों की पर्याप्त संख्या के मुताबिक परीक्षा नहीं करा पा रहा है।
चयन मंडल ने आगामी 9 परीक्षाएं कराने का दायित्व एजुक्विटी कैरियर टेक्नोलॉजी को दिया है। कल से समूह-1 उप समूह-1 के अंतर्गत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, प्रबंधक ( गुणवत्ता नियंत्रक) (कार्यपालिक) पदों हेतु संयुक्त भर्ती परीक्षा और समूह-2 उप समूह-1 के अंतर्गत ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी एवं सहायक गुणवत्ता नियंत्रक के (कार्यपालिक) की संयुक्त भर्ती परीक्षा हो रही है। परीक्षा कराने के लिये एजुक्विटी कैरियर टेक्नोलॉजी से चयन मंडल का हर दिन 35 हजार विद्यार्थियों की परीक्षाएं कराने का करार किया गया है। एग्जाम एजेंसी करार के मुताबिक पर्याप्त संख्या में परीक्षा कराने में असफल साबित हो रहा है। वह तीन हजार की क्षमता से परीक्षा कराने की व्यवस्था ही कर सका है। इसके बाद भी चयन मंडल एजेंसी पर कार्रवाई करने बजाए आगामी परीक्षाएं कराने की संख्या में बढ़ोतरी करते जा रहा है।
केंद्रों ने किए हाथ खडे
एग्जाम एजेंसी ने अभी तक कई केंद्रों के परीक्षा कराने का शुल्क का भुगतान नहीं किया है। इसके चलते उन्होंने परीक्षाएं कराने से इंकार कर दिया है। इससे एग्जाम एजेंसी की परीक्षा कराने की क्षमता और प्रभावित हुई है। कॉलेजों ने अब चयन मंडल के नाम से परीक्षाएं कराने से मना कर दिया है। इससे चयन मंडल की साख पर बट्टा लग रहा है।
रतलाम में हुई थी गड़बड़ी
अक्टूबर में आयोजित कराई गई परीक्षा में चयन मंडल को रतलाम के एक केंद्र पर होने वाली परीक्षा में सिस्टम में हुई गड़बड़ी के चलते दूसरे कॉलेज स्थानांतरित करना पड़ा था। इसमें उम्मीदवारों को काफी परेशानी उठाना पड़ी थी। यहां तक स्थानीय कलेक्टर को हस्तक्षेप तक करना पड़ा था। परीक्षाओं में लगातार गड़बड़ी होने के बाद भी चयन मंडल एग्जाम एजेंसी को पैनाल्टी लगाने या ब्लैकलिस्ट करने जैसी कार्रवाई करने बच रहा है।