मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी कार्यक्षेत्र में बिजली की मांग 3551 मेगावाट तक पहुँची
भोपाल
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम् एवं चंबल संभाग के 16 जिलों में बिजली की मांग दस दिनों में 444 मेगावाट बढ़कर अधिकतम 3551 मेगावाट तक पहुँच गई है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि वर्तमान में कंपनी कार्य क्षेत्र के 16 जिलों में बिजली की मांग में 5 प्रतिशत से लेकर 54 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
कंपनी ने बताया कि रबी के सीजन में कंपनी क्षेत्र में 9 लाख से अधिक कृषि पंपों से सिंचाई कार्य होते हैं। इसी वजह से बिजली मांग में सतत बढ़ोत्तरी होती है। वहीं औद्योगिक एवं घरेलू बिजली मांग भी संतोषजनक है। कंपनी ने कहा कि आगामी तीन से चार सप्ताह के दौरान सिंचाई के लिए बिजली की मांग में और बढ़ोत्तरी होगी। पिछले 24 घंटों के दौरान कंपनी कार्य क्षेत्र में कुल 7 करोड़ 27 लाख यूनिट बिजली का वितरण हुआ है, जबकि भोपाल जिले में कुल 85 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है। दूसरे स्थान पर रायसेन जिले में 80 लाख यूनिट बिजली एवं तीसरे स्थान पर सीहोर जिले में 79 लाख यूनिट की आपूर्ति की गई है। चौथे स्थान पर ग्वालियर जिले में 62 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति की गई है। शेष जिलों में 20 लाख यूनिट से 45 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति की गई है। कंपनी ने बताया है कि विगत 23 अक्टूबर से 2 नवंबर तक लगभग 21 प्रतिशत (1 करोड़ 25 लाख यूनिट) विद्युत खपत में वृद्धि हुई है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि विद्युत आपूर्ति के संबंध में क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक भोपाल एवं ग्वालियर सहित सभी मैदानी अधिकारियों द्वारा सतत् फीडबैक लिया जा रहा है। प्रतिदिन 500 से ज्यादा उपभोक्ताओं को रेंडम आधार पर फोन लगाकर विद्युत आपूर्ति और अन्य बिजली सेवा संबंधी फीडबैक लिया जा रहा है। फीडबैक में 99 फीसदी से ज्यादा संतुष्टि परिलक्षित हो रही है।