इजराइल : बेंजामिन नेतन्याहू ने 64 सीट जीतकर बहुमत हासिल,पीएम मोदी ने बधाई दी
जेरूसलम
इजराइल के प्रधानमंत्री याइर लापिड ने चुनाव में हार स्वीकार कर ली और विपक्षी नेता बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर चुनावी जीत पर बधाई दी। नेतन्याहू के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी दलों के गठबंधन ने संसद में बहुमत हासिल कर लिया है। नेतन्याहू-नीत दक्षिणपंथी गुट ने 120-सदस्यीय संसद में 64 सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया। मोदी ने ट्विटर पर कहा, आपकी चुनावी सफलता के लिए मेजल टव, मेरे दोस्त नेतन्याहू। मैं भारत-इजरायल रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए अपने संयुक्त प्रयासों को जारी रखने की आशा करता हूं।"
पीएम मोदी ने भारत-इजरायल रणनीतिक साझेदारी को प्राथमिकता देने के लिए इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री यायर लैपिड को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि हम अपने लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए विचारों का उपयोगी आदान-प्रदान जारी रखेंगे।
इजराइल के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री 73 वर्षीय नेतन्याहू ने मंगलवार को हुए 2019 के बाद से पांचवें आम चुनावों में अपनी जीत के बाद शानदार वापसी की।
नेतन्याहू नेसेट (संसद) में सबसे बड़ी पार्टी को नियंत्रित करेंगे। वह 120 सदस्यीय नेसेट में अपने धार्मिक और दक्षिणपंथी सहयोगियों के 64 बहुमत वाले ब्लॉक का नेतृत्व करने के लिए सत्ता में लौटने के लिए तैयार हैं।
लापिड ने नेतन्याहू से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के सभी विभागों को सत्ता के व्यवस्थित हस्तांतरण की तैयारी करने के निर्देश दिये हैं। लापिड ने ट्वीट किया, "इजराइल की संकल्पना किसी भी राजनीतिक विचार से ऊपर है। मैं नेतन्याहू को इजराइल और यहां के लोगों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
इजराइल के लोगों ने देश में राजनीतिक गतिरोध को तोड़ने के लिए मंगलवार को चार साल में अभूतपूर्व पांचवीं बार मतदान किया। केंद्रीय निर्वाचन समिति के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 31 सीट, प्रधानमंत्री याइर लापिड की येश अतीद को 24, रिलीजियस जियोनिज़्म को 14, नेशनल यूनिटी को 12, शास को 11 और यूनाइटेड टोरा जुदाइस्म को आठ सीटें प्राप्त होंगी।
इजराइल में वर्षों तक नेतन्याहू राजनीतिक रूप से अजेय प्रतीत हो रहे थे, लेकिन 2021 में पार्टियों के एक अभूतपूर्व गठबंधन द्वारा सत्ता से बाहर किए जाने के बाद उन्हें एक करारा झटका लगा था। इस गठबंधन का एकमात्र लक्ष्य उन्हें सत्ता से बाहर करना था। इजराइल में 2019 में 73 वर्षीय नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी एवं विश्वासघात के आरोप लगने के बाद से राजनीतिक गतिरोध चला आ रहा है। नेतन्याहू इजराइल के सर्वाधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने लगातार 12 वर्षों तक और कुल मिलाकर 15 साल तक देश पर शासन किया। उन्हें पिछले साल सत्ता से हटना पड़ा था।