November 25, 2024

जिन प्रदेशों में शराबबंदी की गई है क्या वहां शराब नहीं बिक रही – मंत्री ऊषा ठाकुर

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भोपाल:
 एमपी में सर्द हवाओं के साथ ठंड ने दस्तक दे दी है। लेकिन राजनीतिक पार्टियों में गर्मियां बढ़ गई है। वजह है 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव (assembly election 2023)। राज्य में 2023 में होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस रणनीति बना रहा हैं। चुनाव से पहले मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने शराबबंदी (uma bharti liquor prohibition campaign) को लेकर ऐसा मुद्दा बनाया है जो शिवराज सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। उमा भारती, अप्रत्यक्ष तौर पर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर हमला कर रही हैं। जिसके बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है। वहीं, उमा भारती को अब बीजेपी के एक विधायक का भी साथ मिला है।

उमा के समर्थन में आए विधायक अजय विश्नोई
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी हार और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में मध्यप्रदेश की सत्ता में शिवराज सिंह चौहान की वापसी के बाद से विधायक अजय विश्नोई लगातार सरकार की नीतियों पर हमला करते रहे हैं। बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराबबंदी अभियान को अब अजय विश्नोई का साथ मिला है। उन्होंने शराबबंदी की बात तो नहीं की है लेकिन जिस तरह से अपनी बात कही है वो बीजेपी के लिए टेंशन बढ़ा सकती है।

अजय विश्नोई ने कहा- अगर 2023 का चुनाव आसानी से जीतना है तो शराब के मुद्दे पर गंभीर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कस्बों, गलियों और गांव में आसानी मिल रही शराब लोगों को बर्बाद कर रही है। इसलिए शराब ठेकेदारों के खिलाफ नकेल कसी जानी चाहिए।

राजस्व का नुकसान होगा पर परिवार बचेंगे
बता दें कि शराब, प्रदेश में राजस्व का बड़ा साधन है। ऐसे में अजय विश्नोई ने कहा- अगर सरकार को तीन-चार हजार करोड़ के राजस्व की हानि होती है तो वह बेशक हो जाए लेकिन कई परिवार बर्बाद होने से बच सकते हैं। इसलिए शराब के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

उमा भारती चला रही हैं अभियान
पूर्व सीएम उमा भारती इन दिनों राज्य में शराबबंदी को लेकर अभियान चला रही हैं। उमा, राजधानी भोपाल समेत कई शहरों में शराब की दुकान पर तोड़फोड़ कर चुकी हैं। अब हालात ये हैं कि उमा भारती के दौरे की जानकारी मिलते ही शहर के ठेकेठार दुकानें बंद कर देते हैं। हाल ही में उमा भारती सागर पहुंची थी जहां उनके आने की खबर लगते ही कई दुकानदारों ने दुकानों को बंद कर दिया था।

उमा के खिलाफ सामने आईं ऊषा ठाकुर
उमा भारती की छवि फायर ब्रांड और हिन्दुत्ववादी नेता के रूप में है। शिवराज सिंह चौहान की बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर सामने आई हैं। ऊषा ठाकुर प्रदेश की हिन्दुत्व वादी चेहरा और फायर ब्रांड नेता हैं। वो अपने बयान को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती हैं। ऊषा ठाकुर ने कहा- शराबबंदी करने से जो होगा वो होगा। क्योंकि जहां शराबबंदी है वहां भी लोग अवैध तरीके से शराब पीते हैं। लेकिन हम शराब पीए ही नहीं तो किसी की ताकत नहीं कि कोई हमें जबरदस्ती शराब पिला दे। उन्होंने कहा कि जिन प्रदेशों में शराबबंदी की गई है क्या वहां शराब नहीं बिक रही है।

क्या उमा के खिलाफ शिवराज का ब्रह्मास्त्र हो सकती हैं ऊषा ठाकुर
ऊषा ठाकुर वर्तमान में विधायक हैं और शिवराज सरकार में मंत्री हैं। उमा भारती की तरह उनकी भी छवि फायर ब्रांड नेता की है। उमा भारती जिस तरह से अपनी ही पार्टी की सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से हमलावर हैं उसके खिलाफ ऊषा ठाकुर का सामने आया शिवराज की मुश्किलें थोड़ी कर सकता है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी शराबबंदी को लेकर उमा भारती के मिशन पर सवाल उठा चुकी है। लेकिन ये तय है कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उमा भारती के शराबबंदी मुद्दे ने शिवराज सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

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