एक जिला एक उत्पाद एवं रोजगार दिवस का आयोजन संपन्न
उत्पाद की विशिष्ट पहचान बनाने के प्रयास करें – सांसद श्री जनार्दन मिश्र
रीवा
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के कार्यक्रमों के आयोजन के क्रम में आज 4 नवम्बर को चतुर्थ दिवस पर एक जिला एक उत्पाद एवं रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअली सम्बोधित किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा में जिला प्रशासन, उद्यानिकी विभाग, उद्योग विभाग, रोजगार कार्यालय एवं एनआरएलएम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद की विशिष्ट पहचान बनाने का प्रयास करें ताकि उसकों राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके। उन्होंने कहा कि रीवा जिले में हल्दी के साथ बांस एवं सुंदरजा आम को शामिल किया गया है। हल्दी का प्राकृतिक उत्पादन करने के प्रयास किसान करें। सुंदरजा आम की जी.आई. टैगिंग के उपरांत अन्र्तराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। इसको जी.आई. टैगिंग कराने में योगदान देने वालों को सांसद ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश में सूक्ष्य लघु एवं मध्यम उद्यम में ही सर्वाधिक रोजगार की संभावनाएं हैं अत: इन उद्योगों की स्थापना के लिये बैंक ऋण दे। शासन स्तर से उद्यमियों को आधारभूत संरचनाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधायक मऊगंज एवं पिछड़ावर्ग कल्याण आयोग के सदस्य श्री प्रदीप पटेल ने कहा कि उद्यम क्रांति योजना में रीवा जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है जिसके लिए उद्योग विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं। जिले की पहचान सुंदरजा आम को जियो टैगिंग मिलने से उसकी अन्र्तराष्ट्रीय पहचान स्थापित होगी। उन्होंने बैंकों से अपेक्षा की कि ऋण स्वीकृति में मानवीय दृष्टिकोण अपनाये तथा ऋण न देने वाले बैंकों के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही किये जाने की बात उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रीवा औद्योगिक तौर पर स्वाबलंबी होगा।
कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल ने कहा कि यह आयोजन लाभप्रय होगा जिसके माध्यम से किसान व उद्यमी अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार सकेंगे और अपना जिला उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा। इस अवसर पर स्थाई समिति उद्योग एवं सहकारिता की अध्यक्षता श्रीमती संगीता शर्मा ने भी सम्बोधित किया।
रोजगार दिवस को सम्बोधित करते हुए कमिश्नर रीवा संभाग श्री अनिल सुचारी ने कहा कि रीवा की पहचान सुंदरजा आम व सफेद बाघ से है। सुंदरजा आम का क्षेत्र किसान अधिक बढ़ायें और इसे रोजगार का साधन बनायें तथा इसे उद्योग के क्षेत्र के तौर पर लगायें जियो टैगिंग मिलने के बाद इसका अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर नाम होगा और इसके उत्पादक आर्थिक तौर पर संपन्न होंगे। उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों से कहा कि अधिक से अधिक हितग्राहियों के ऋण देकर सशस्त व समृद्धशाली जिला बनाने में सहयोग करें। इस अवसर पर कलेक्टर मनोज पुष्प ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिले में सुंदरजा आम के साथ अन्य आम की प्रजातियों तथा अन्य उद्यानिकी फसलों का उत्पादन बढ़ाकर जिले में एग्रोफूड के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्वसहायता, समूहों को सम्बद्ध करते हुए उद्यानिकी एवं बहुफसली उत्पादन से जिले को समृद्धशाली जिले के तौर पर विकसित किया जायेगा।
कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक संजय निगम, सीए प्रशांत जैन, वैज्ञानिक टीके सिंह, एवं वन विभाग के नरेन्द्र त्रिपाठी ने किसानों को जानकारी दी। इस अवसर पर उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किये। इससे पूर्व कलेक्टर ने उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा उत्पादकों को आश्वस्त किया कि रीवा शहर अथवा रेलवे स्टेशन में बिक्री के लिये स्थान उपलब्ध कराया जायेगा। इस अवसर पर जिला प्रंधक व्यापार एवं उद्योग केन्द्र यूबी तिवारी ने बताया कि गत एक माह में 1841 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं में बैंक द्वारा 3382.28 लाख रूपये का ऋण स्वीकृत किया गया। जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में अभी तक 7513 हितग्राही लाभांवित हुए जिन्हें 16833.94 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई। सहायक संचालक उद्यानिकी योगेश पाठक ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत जिले को प्राप्त 40 के लक्ष्य के विरूद्ध 20 प्रकरण स्वीकृत कर 17 प्रकरणों को 321.85 लाख रूपये की ऋण राशि वितरित की गई। जिनमें से 10 उद्यमियों द्वारा इकाईयों का संचालन किया जा रहा है। संचालित इकाईयों में 7 इकाई हल्दी मसाला, 2 दुग्ध उत्पादन एवं शहद उत्पादन की इकाई शामिल है। वरिष्ट वैज्ञानिक डॉ. राजेश सिंह ने किसानों को आम उत्पादन के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में हितग्राहियों को विभिन्न योजनान्तर्गत ऋण स्वीकृति प्रमाण पत्र/चेक प्रदान किये गये। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डॉ. अजय पाण्डेय, उप संचालक सतीश निगम, उद्यान अधीक्षक एसएन शर्मा सहित उद्यमी, किसान, वैज्ञानिक व बैंकर्स उपस्थित रहे।