प्रशासन ने जबलपुर हॉस्पिटल हादसे के बाद 23 निजी अस्पतालों के Licenses निरस्त
भोपाल
जिले में लंबे समय से नियम विरुद्ध चल रहे निजी अस्पतालों पर सोमवार को जिला अस्पताल प्रशासन ने शिकंजा कसा। जांच में विभिन्न कमियां पाईं जाने पर प्रशासन ने जिले के 29 अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी किए थे। इसमें 2 के लाइसेंस पहले ही निरस्त किए जा चुके हैं। सोमवार को 21 के और निरस्त कर दिए। कार्रवाई के विरोध में अस्पताल संचालक 30 दिनों मेें अपील कर सकते हैं। सीएमएचओ डॉ. अनिल निकुम ने बताया कि मंगलवार से कोई भी अस्पताल संचालक नए मरीजाें काे भर्ती नहीं कर सकेंगे।। कार्रवाई के विरोध में अस्पताल संचालक 30 दिनों मेें अपील कर सकते हैं। सीएमएचओ डॉ. अनिल निकुम ने बताया कि मंगलवार से कोई भी अस्पताल संचालक नए मरीजाें काे भर्ती नहीं कर सकेंगे।
अगस्त में हुए जबलपुर हादसे के बाद सीएम शिवराजसिंह के निर्देश के बाद प्रशासन ने जिले के 29 अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी किए थे। जांच के दाैरान सभी में भवन अनुज्ञा व फायर सेफ्टी प्रमाण-पत्र, पार्किंग नहीं होने संबंधित कमियां मिलीं। सभी को एक माह के भीतर कमियां दूर करने का समय दिया।
इसमें सभी ने अग्निशमन अनापत्ति-पत्र और बिजली सुरक्षा प्रमाण-पत्र तो जमा करा दिए लेकिन भवन की व्यावसायिक अनुज्ञा भवन पूर्णता प्रमाण-पत्र, पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के चलते नहीं दे सके। इसके चलते कार्रवाई की। साेमवार शाम सभी संचालक कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम पहुंचे। यहां पर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया व कलेक्टर गौतमसिंह से चर्चा की। इसके बाद विधायक सिसौदिया व कलेक्टर गौतमसिंह ने नियमानुसार कार्रवाई की बात कहीं।
इन पर की गई कार्रवाई
अजय हॉस्पिटल, आलोक हॉस्पिटल, अनुयोग हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, चेलावत हॉस्पिटल, माहेश्वरी नर्सिंग होम, मालवा हॉस्पिटल, मेहता नेत्रालय एवं लेजर सेंटर, मेहता नर्सिंग होम, मेवाड़ हॉस्पिटल, मिरेकल हाॅस्पिटल, पमनानी हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, पाटीदार आर्थोपेडिक सेंटर एंड मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, परफेक्ट आई हॉस्पिटल, आर.के. हॉस्पिटल, रुद्राक्ष हॉस्पिटल, श्री गीतांजलि हॉस्पिटल, श्री सिद्धि विनायक मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, शुभम हॉस्पिटल, सुयश हॉस्पिटल एड रिसर्च सेंटर, त्रिशिका नर्सिंग होम, विक्रांत आई हाॅस्पिटल, नोबल हॉस्पिटल, सिटी लाइट हॉस्पिटल।