प्रदेश में 21 जुलाई से भारी वर्षा का दौर शुरू होगा
भाेपाल
वर्तमान समय में पूर्वी विदर्भ और उसके आस-पड़ोस के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब उत्तर-पूर्व विदर्भ और पड़ोस और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण तक फैल गया है और धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। वहीं मानसून द्रोणिका अब जैसलमेर, कोटा, गुना से होते हुए पूर्वोत्तर विदर्भ के ऊपर बने कम दबाव वाले क्षेत्र से गुजरते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसकी समुद्र तल से औसत ऊंचाई 1.5 किमी है।
इन मौसम प्रणालियों की वजह से लगातार नमी आ रही है और प्रदेश में अच्छी वर्षा हो रही है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवा का परिसंचरण बनता नजर आ रहा है। इसकी वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्सों रीवा, शहडोल के इलाकों में अगले 48 घंटे में गरज-चमक के साथ अच्छी वर्षा होने की संभावना है। 21 जुलाई से यहां भारी वर्षा का दौर शुरू होगा, जो लगभग एक हफ्ते तक जारी रहने के आसार हैं। इस तरह पूर्वी मध्यप्रदेश के जो जिले अच्छी वर्षा के लिए अभी तक तरस रहे थे, उनकी शिकायत दूर हो जाएगी। विभाग द्वारा पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में येलो व कुछ में आरेंज अलर्ट भी जारी किया जा सकता है।