आधा सत्र बीतने पर भी 18 स्कूल शिक्षक विहीन
- भगवान भरोसे चल रही है डिंडोरी जिले की शिक्षा व्यवस्था
- कैसे होती होगी पढ़ाई सोचने बाली बात
- संजीवनी सामाजिक संस्था ने sdm को ज्ञापन सौपा
शहपुरा
मुख्यालय के आसपास के अधिकतर स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या अधिक है अधिकांश शिक्षकों की शहपुरा मुख्यालय के आसपास के स्कूल पहली पंसद होती है शिक्षको की पंसद पर जिला शिक्षा अधिकारी और शहपुरा विकासखंड अधिकारी भी मेहरबान रहते हुए शिक्षकों की पंसद के अनुसार स्कूल देते है वही दूसरी ओर जहाँ ग्रामीण क्षेत्रो में आदिवासी गरीब बच्चे जिन स्कूलों में पढते है उन स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है और शहपुरा मुख्यालय के आसपास के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अतिशेष में है जहाँ मध्यप्रदेश की सरकार गरीब आदिवासीओ के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है वहीं डिण्डौरी के आला अधिकारी गरीब आदिवासीओं के बच्चों का शोषण कर रहे है ।
अतिशेष शिक्षक वाले स्कूलो की सूची (01) जनपद मा शाला शहपुरा
(05) आश्रम शाला महझर (08) वृहद कन्या आश्रम शाला शहपुरा (09)बा माशाला बिछिया
(08)प्रा शा ररिया टोना
(02) सीनियर बेसिक माशाला शहपुरा (03) एकीकृत मा शा बरगाँव (04) नवीन प्रा शा बरगाँव (or)कन्या आश्रम शाला अंग्रेजी माध्यम शहपुरा (10)प्रशाला गपैया
(11)प्रा शाला गुतली रैयत
शिक्षक विहीन स्कूलों की सूची (01) शाला बालक पढारिया कला (02) प्रा शाला धनगाँव (03) प्रा शा गटा (04) प्रा शाला पिपराडी (06) प्रा शाला कस्तूरी पिपापिया (00) माशाला गढी (7) प्रा काला पिपरहा (08) मा शाला मालपुर(9) मा शाला पल्की ( 10 ) मा शाला छपरा (11) मा शाला देवरी (12) मा शाला टिकरा महेशपुरी (13) माशाला पटपरा (14) प्रा शाला छपरा (15) प्रा खला छीरपानी (10) प्रा शाला देवरी (17) मा शाला दल्कासरई ( 18 ) प्रा शाला दल्कासरई माल जैसे स्कूल शिक्षक विहीन है मौजूदा सत्र बीतने को आया है परंतू विभागीय अधिकारी आज दिनाक तक इंसमे कोई ठोस कार्यवाही नही किय है,शाहपुरा का पूरा छेत्र आदिवासी अंचल है और यहा पर गरीब लोगो के बच्चे ही पढ़ते है और ये तमाम स्कूल अतिथि शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे है।
शिक्षक की पदस्थापना जिले से होती है हमने सभी की सूची बनाकर भेज दिया है साथ ही साथ वाले स्कूलों के शिक्षक ,बिना शिक्षक वाले स्कूलों को देख रकहे है। पी डी पटेल बीईओ शहपुरा।
जिला डिंडोरी मैं भगवान भरोसे चल रही है स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था अतिशेष शिक्षक होने के बाद भी स्कूलों में शिक्षक नही पूरा सत्र बीता जा रहा है ऐसे कैसे शिक्षा का स्तर सुधरेगा। मुकेश अग्रवाल अध्यक्ष संजीवनी सामाजिक जन कल्याण संस्था मध्यप्रदेश।
अतः आप से निवेदन है कि ग्रामीण क्षेत्र के गरीब आदिवासी के बच्चो के विकास के लिए अतिशेष शिक्षकों का स्थानान्तरण शिक्षक विहीन स्कूलों में किया जाए जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल जायेगी और अतिशेष (खाली बैठे शिक्षक ) शिक्षक भी काम में लग जायेंगे यह हाल जिला डिण्डौरी के लगभग सातों ब्लॉक का है आपसे निवेदन है कि निष्पक्ष जाँच करवाते हुए उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।