भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की सीटों पर सबसे ज्यादा प्रवेश
भोपाल
प्रदेश के तीन दर्जन मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों पर प्रवेश कराने की प्रथम चरण की काउंसलिंग पर विराम लगा गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर की सीटों पर सबसे ज्यादा सीटें आवंटित की थी। जबकि विद्यार्थियों ने भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की सीटों पर सबसे ज्यादा प्रवेश लिए हैं। वहीं, इंदौर के निजी कॉलेजों में विद्यार्थियों ने ज्यादा संख्या में प्रवेश लिये हैं।
प्रदेश के तीन दर्जन मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों की दूसरे राउंड की काउंसलिंग जल्द ही शुरू होगी। विद्यार्थियों को चिकित्सा शिक्षा विभाग का एमबीबीएस और बीडीएस का अलॉटमेंट रास नहीं आया, उन्होंने अपनी पसंद के हिसाब से प्रवेश लेना ही उचित समझा है। इससे सबसे ज्यादा फेरबदल इंदौर और भोपाल के सरकारी और निजी कॉलेजों में सामने आया है। डीएमई ने सबसे ज्यादा 205 सीटों पर इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में आवंटित की थीं और भोपाल के जीएमसी मेडिकल कॉलेज में 201 सीटें आवंटित की थीं। प्रथम राउंड की काउंसलिंग पर विराम लगने तक जीएमसी में 183 और एमजीएम में 174 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए हैं। जबकि शेष विद्यार्थियों ने प्रवेश लेने के लिए रिपोर्टिंग तक नहीं किया है। संपूर्ण काउंसलिंग में शेष रही सीटों पर प्रवेश कराने के लिए डीएमई के अपग्रेडेशन की सीटों पर प्रवेश कराकर दूसरे राउंड की काउंसलिंग शुरू करेगा।
यह रही काउंसलिंग की स्थिति
डीएमई को प्रदेश के 37 सरकारी और नौ निजी मेडिकल कॉलेजों की तीन हजार 369 सीटों पर प्रवेश कराने लेने आठ हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने पंजीयन कराए थे। इसमें से डीएमई ने तीन हजार 161 विद्यार्थियों को आवंटन किया था। अंतिम तिथि तक करीब दो हजार 900 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए हैं। इसमें एक हजार 567 ने प्रवेश लेने के साथ अपग्रेडेशन का विकल्प तक लिया है।
16 को जारी होगी रिक्त सीटें
डीएमई ने दूसरे राउंड की काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसमें विद्यार्थी 16 नवंबर को डीएमई की वेबसाइट पर रिक्त सीटों का डाटा देख सकेंगे। इसके बाद वे 17 से 20 नवंबर तक सीटों को लॉक करेंगे। इसके बाद विभाग 23 नवंबर को उनको सीटें आवंटित करेगा। इसके बाद विद्यार्थी 24 से 30 नवंबर तक सीटों पर प्रवेश ले सकेंगे और अपग्रेडेशन तक कर सकेंगे।