September 27, 2024

ACS अशोक शाह बोले -मेरा बयान नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-5 पर आधारित है

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भोपाल
महिला बाल विकास विभाग के एसीएस IAS अशोक शाह अपने स्तनपान को लेकर दिए विवादित बयान पर कायम है। शनिवार को विभाग के एक कार्यक्रम के बाद शाह बोले उन्होंने नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-5 (NFHS-5) के आधार पर बात कही थी। बता दें शाह के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने नाराज हुई थी और इस विषय में सीएम से बात भी की थी।

एसीसएस अशोक शाह ने शनिवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में एक कार्यक्रम के बाद उनके बयान के विरोध को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि उसको एक्सप्लेनेशन की जरूरत है। एनएफएचएस-5 सर्वे के आधार पर होता है। उसको बिना समझे कुछ नहीं कहना चाहिए। विपक्ष के आकड़े के आरोप के सवाल पर शाह ने कहा कि आप लोग पहले NFHS-5 पढ़ो।  

वहीं, कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में विभाग के कार्यक्रम में शनिवार को सहायिका और कार्यकर्ताओं के सम्मान कार्यक्रम में शाह को मंच पर बोलने का मौका भी नहीं। महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक डॉ. राम राव भोसले का स्वागत भाषण हुआ। इसके बाद शाह को मंच पर बोलने के लिए नहीं बुलाया गया, जबकि वह मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम को सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया।   

शाह के इस बयान पर हुआ था बवाल

भोपाल में बुधवार को रविन्द्र भवन में आयोजित लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 लॉन्चिंग कार्यक्रम में महिला बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव अशोक शाह भी मौजूद थे। उन्होंने कहा- 'मेरा सभी माताओं से हाथ जोड़कर निवेदन है कि कृपया आप परिवार में इस बात पर विशेष ध्यान दें कि हमारी बालिकाएं पीछे क्यों रह जाती हैं? इसका कारण है कि 2005 में सिर्फ 15% माताएं बेटियों को दूध पिलाती थीं। आज थोड़ी खुशी है, लेकिन पूरी नहीं। आज 42% माताएं अपनी बेटियों को दूध पिलाती हैं। आप आगे आओ, सरकार आपके आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण के लिए साथ खड़ी है। मैं ये नहीं कहता कि बेटों को दूध न पिलाओ, मैं ये कहता हूं कि बेटियों को भी पिलाना चाहिए, ये प्रण लेना पड़ेगा।'

पूर्व मंत्रियों ने भी बोला था शाह पर हमला

अशोक शाह के बेटियों को स्तनपान न कराने वाले बयान पर मप्र सरकार में महिला बाल विकास मंत्री रहीं कुसुम महदेले और रंजना बघेल भी सवाल उठा चुकीं हैं। कुसुम महदेले ने 4 नवंबर के ट्वीट में लिखा था ACS शाह महिला बाल विकास , विभाग का बयान अत्यन्त आपत्ति जनक है।भारत की शत प्रतिशत माताएं अपनी बेटियों को स्तन पान करती हैं अर्थात अपना दूध पिलाती हैं।इतने बड़े अधिकारी का इतना इतना असंगत बयान!आश्चर्य है।
शाह के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के अलावा पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री कुसुम मेहंदेले, पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने भी नाराजगी जताई थी। साथ ही इसे मातृशक्ति का अपमान बताया था। वहीं, विपक्ष ने भी शाह के बयान को आपत्तिजनक बताया था।

बता दें शाह ने लाडली लक्ष्मी योजना-2 कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने मंच से कहा था कि 2005 में सिर्फ 15 प्रतिशत महिलाएं अपनी बेटियों को दूध पिलाती थी और सरकार की योजना के बाद आज यह आकड़ा 42 प्रतिशत हो गया है।

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