शहडोल वन क्षेत्र कंरट से तेंदुए की मौत, वन विभाग में हड़कंप
शहडोल
शहडोल वन वृत के क्षेत्र के घुनघुटी वन परिक्षेत्र में धौरई बीट के जंगल में लाइट के कंरट से तेंदुए की मौत हो गई है। इस मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला घटना स्थल पर पहुंच गया था और तेंदुए के शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम की कार्रवाई की प्रक्रिया कराई। साथ ही मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं। बताया गया कि वन्य प्राणियों के शिकार के लिए खुली जीआई तार में जंगल के अंदर बिजली फैलाई गई थी। जिसकी सूचना क्षेत्रीय वन कर्मियों को नहीं लगी और तेंदुए की झुलसकर मौत हो गई। जिस इलाके में घटना हुई है वहां से बिजली के पोल जंगल के अंदर से गुजरे हैं और उन्हीं खंभो से लाइट बिजली से कंरण फैलाकर जंगली जानवारों का शिकार किया जाता है।
घुनघुटी इलाके के वन परीक्षेत्र में पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं। बिजली से कई बाघ मर चुके हैं। इसके बाद वन विभाग बेखबर बना हुआ है और वन्य प्राणी मारे जा रहे है।
तेंदुआ स्टेट में खतरे में तेंदुए
मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट के साथ तेंदुए की देश में सर्वाधिक संख्या के चलते तेंदुआ स्टेट का तमगा भी प्राप्त कर चुका है। जबलपुर व उसके आस-पास के इलाकों में लगभग 85 से लेकर 91 तेंदुए हैं। लेकिन, इनके संरक्षण को लेकर किसी तरह की दिलचस्पी देखने को नहीं मिल रही। अवैध खनन जंगली जानवरों के रहवास के क्षेत्रों में हो रहा है। शिकारियों का जाल भी बढ़ा है।