‘तेलंगाना में कमल खिलता नजर आ रहा है’ मुनुगोडे की हार से ही PM मोदी का KCR पर वार
हैदराबाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना के कई सौगातें दी। साथ ही इशारों-इशारों में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के चुनावी इरादों की झलक भी पेश कर दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में 'हर जगह कमल खिलेगा'। खास बात है कि इस दौरान उन्होंने बगैर नाम लिए मुनुगोडे विधानसभा सीट पर उपचुनाव का भी जिक्र किया।
क्या बोले पीएम मोदी
टीआरएस का नाम लिए बिना उस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, 'जिस दल पर तेलंगाना के लोगों ने सबसे ज्यादा भरोसा किया, उसी दल ने तेलंगाना के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात किया है।' उन्होंने कहा, 'जब अंधेरा बहुत बढ़ जाता है, चारों ओर घना अंधेरा हो जाता है, उसी परिस्थिति में कमल का खिलना शुरू हो जाता है। और भोर से ठीक पहले, आज तेलंगाना में भी ऐसे ही कमल खिलता नजर आ रहा है। तेलंगाना में अंधेरा छंटने की शुरुआत हो गई है।' हाल ही में हुए उपचुनाव में भाजपा के प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में टीआरएस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरी तेलंगाना सरकार को एक विधानसभा क्षेत्र (मुनुगोड़े) में ला खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि लोगों का आशीर्वाद भाजपा के साथ है।
मोदी ने पिछले दो वर्षों के दौरान दुबक और हुजुराबाद विधानसभा सीट पर उपचुनावों में भाजपा की सफलता का जिक्र करते हुए कहा, 'हाल के दिनों में, जो भी उपचुनाव हुए थे, संदेश स्पष्ट है कि तेलंगाना में सूर्योदय दूर नहीं है। अंधेरा मिट जाएगा। तेलंगाना में हर जगह कमल खिलेगा।' उन्होंने कहा कि उस शहर में अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जा रहा है जो सूचना प्रौद्योगिकी के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा, 'हमें तेलंगाना का विकास करना है तो हमें अंधविश्वास से दूर रहना होगा।'
मुनुगोडे सीट के क्या रहे थे नतीजे
3 नवंबर को तेलंगाना की मुनुगोडे सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे 6 नवंबर को घोषित हुए थे। चुनाव में भाजपा की ओर से के राजगोपाल रेड्डी, टीआरएस से के प्रभाकर रेड्डी और कांग्रेस से पलवई श्रावंती मैदान में थे। नतीजे सामने आए, तो टीआरएस प्रत्याशी को 10 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस ने यह सीट गंवाई है।
कैसे हारकर भी जीती भाजपा?
भाजपा के लिए मुनुगोडे उपचुनाव बेहतर संकेत लाता भी नजर आ रहा है। यहां पार्टी ने कांग्रेस के ही विधायक रहे राजगोपाल रेड्डी को पार्टी में लाकर कांग्रेस को झटका दिया। इतना ही नहीं जिस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था, वहां कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। इसके अलावा भाजपा ने इस चुनाव के साथ टीआरएस के सामने अपना दम भी पेश कर दिया। यहां उपचुनाव का माहौल रफ्तार पकड़ने के साथ ही सियासी दलों की गतिविधियां तेज हो गई थीं। मुख्यमंत्री केसीआर और पूरी कैबिनेट को सीट पर प्रचार अभियान का हिस्सा बनते देखा गया। इसके जरिए भी भाजपा ने आक्रामक प्रचार अभियान की बात को साबित कर दिया।