डेमोक्रेट्स का सीनेट पर अगले दो साल बना रहेगा कब्जा, ट्रंप की उम्मीदों को लगा झटका
वाशिंगटन
अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी को मिली जीत से राष्ट्रपति जो बाइडन की सीनेट पर पकड़ एकबार फिर मजबूत हो गई है। नेवादा और एरिजोना में रिपब्लिकन पार्टी से करीबी मुकाबले में जीत के बाद डेमोक्रेट अगले दो वर्षों तक सीनेट में अपना कब्जा बनाए रखेगी। डेमोक्रेट्स के पास अब रिपब्लिकन की 49 सीटों के मुकाबले 50 सीनेट सीटें हो गई हैं। इस चुनावी नतीजों के बाद डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वे अब सीनेट में अगले दो साल तक बहुमत नहीं पा सकेंगे।
डेमोक्रेट को सीनेट में बहुमत के लिए चाहिए 1 सीट
डेमोक्रेट्स को सीनेट में बहुमत पाने के लिए अब सिर्फ एक और सीट जीतने की जरूरत है। नेवादा और एरिजोना जैसे दो राज्यों में जीत ने जो बाइडन के लिए सदन में दो और साल को पक्का कर दिया है। व्हाइट हाउस में अपने पहले कार्यकाल के शेष दो वर्षों में राष्ट्रपति बाइडन के लिए सीनेट नियंत्रण बनाए रखना एक बहुत बड़ी जीत की तरह हैं। इन दो सीटों पर जीत के साथ ही जो बाइडन के हाथ और मजबूत हो गए हैं। इसका मतलब है कि डेमोक्रेट्स सीनेट में सदन द्वारा पारित बिलों को अस्वीकार कर सकेगी और बाइडन अपना एजेंडा सेट कर पाएंगे। इस बीच, रिपब्लिकन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बहुमत के करीब पहुंच रहे हैं। रिपब्लिकन के इस सदन में 211 सीटें हो गई है और वह धीरे-धीरे बहुमत के आंकड़े 218 सीटों के करीब पहुंच रहे हैं, जबकि डेमोक्रेट की 203 सीटें हैं।
बाइडन ने जीत के बाद रिपब्लिकन पर किया कटाक्ष
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जीत के बाद कहा कि वह अमेरिकी चुनाव में मतदान से अविश्वसनीय रूप से प्रसन्न हैं और कहा कि रिपब्लिकन पार्टी को अब यह तय करने की आवश्यकता होगी कि वे क्या कर रहे हैं और क्यों सदन में हैं। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से पहले कंबोडिया में पत्रकारों से बात करते हुए, बाइडन ने कहा कि उनका ध्यान जॉर्जिया सीनेट के चुनाव पर था।
जॉर्जिया के चुनाव पर अब सबकी नजर
नेवादा और एरिजोना में जीत के बाद अब डेमोक्रेट्स को जॉर्जिया में 6 दिसंबर को होने वाले चुनाव में जीत की दरकार है। इस जीत से बाइडन को सीनेट में साफ बहुमत हासिल हो सकेगा। डेमोक्रेटिक सेन राफेल वार्नोक और रिपब्लिकन चैलेंजर हर्शल वॉकर के बीच जॉर्जिया में कड़ा मुकाबला होगा। बता दें कि सीनेट में कुल 100 सीटें है और बहुमत के लिए 51 सीटें चाहिए होती हैं। भले ही रिपब्लिकन जॉर्जिया जीत जाते हैं, लेकिन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेट्स को बहुमत की गारंटी के लिए समान रूप से विभाजित सीनेट में टाई-ब्रेकिंग वोट डाल सकती हैं।