September 30, 2024

जीपीएस बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम से डॉक्टरों की हाजरी, स्वास्थ्य आयुक्त ने दिए निर्देश

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भोपाल
मध्यप्रदेश में अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत समस्त कार्यरत अथवा पूर्व से नियुक्त एमबीबीएस और बांडेड पीजी चिकित्सकों की उपस्थिति जीपीएस बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम सार्थक एप के जरिए दर्ज कराई जाएगी।

स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने इस संबंध में सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और सभी सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए है। स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा एमबीबीएस और पीजी बंधपत्र चिकित्सकों की पोस्टिंग किए जाने के बाद संबंधित चिकित्सकों की जानकारी सार्थक एप पर अपलोड करने के लिए सभी सीएमएचओ और सिविल सर्जन की सार्थक आईडी क्रिएट की गई है। यह आईडी और पासवर्ड सभी को शासकीय ई मेल पर भेजे गए है।

सभी सीएमएचओ और सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत स्थापना लिपिक एवं कम्प्यूटर कार्य संबंधी लिपिक तथा आॅपरेटर दी गई आईडी से सार्थक पोर्टल पर  लॉगइन कर कार्यालय में उपस्थित होने वाले बंधपत्र चिकित्सकों के डाटा प्रविष्टि आवश्यक रुप से की जाना सुनिश्चित करेंगे।  बंधपत्र चिकित्सकों की उपस्थिति के समय उनके मोबाइल में सार्थक एप डाउनलोड कराकर आवश्यक प्रविष्टियां करने के लिए संबंधित बंधपत्र चिकित्सक  को निर्देशित करेंगे।

25 नवंबर से सार्थक एप पर ही उपस्थिति मान्य
पूर्व से कार्यरत बंधपत्र चिकित्सकों के मोबाइल में सार्थक एप डाउनलोड कराकर आवश्यक प्रविष्टियां करने हेतु निर्देशित करेंगे एवं समस्त बंधपत्र चिकित्सकों को इस एप के माध्यम से अपने निर्धारित पदस्थापना स्थल से उपस्थिति दर्ज करने हेतु निर्देशित करेंगे तथा प्रत्येक बंधपत्र चिकित्सक हेतु यह आवश्यक होगा कि वे अपने निर्धारित पदस्थापना स्थल पर उपस्थित होकर सार्थक एप में लोकेशन अपडेट करें।

सभी सीएमएचओ और सिविल सर्जन सार्थक एप में यूजर क्रिएट करने के लिए वेबसाईट लिंक का उपयोग करेंगे। 25 नवंबर से सार्थक एप के अनुसार बंधपत्र चिकित्सक की उपस्थिति की रिपोर्ट ही मान्य की जाएगी।  स्वास्थ्य आयुक्त ने सभी सीएमएचओ और सिविल सर्जन को आगामी सात कदन में सभी बंधपत्र चिकित्सकों की जानकारी प्रविष्टि करने संबंधी कार्यवाही पूरी करना सुनिश्चित करो के निर्देश दिए है।

तो होगा एक्शन
बंधपत्र चिकित्सकों को बंधपत्र अवधि समाप्त होने के बाद उपस्थिति संबंधी जानकारी को सार्थक पोर्टल से मिलान किया जाएगा और बंधपत्र सेवा अवधि पूर्ण किये जाने संबंधी प्रमाणपत्र में भी इसका उल्लेख किया जाएगा। संचालनालय स्तर पर पुष्टि के दौरान उपस्थिति संबंधी डाटा में किसी प्रकार की विसंगति होने पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

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