प्रदेश में 21 नवंबर से तापमान में गिरावट का अनुमान
भोपाल
नवंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन ज्यादा ठंड का प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है, हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के असर से तापमान में उतार चढाव का दौर जारी है। मौसम में उतार-चढ़ाव की यह स्थिति नवंबर के अंत तक बनी रहेगी।इसके बाद 18 नवंबर से तापमान में कुछ गिरावट तो होगी, लेकिन बहुत ज्यादा ठंड नहीं रहेगी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के जाते ही पारा गिरेगा और ठंड में इजाफा होना शुरू हो जाएगा।21 नवंबर से एक बार फिर तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
मौसम विभाग (MP Weather update) के अनुसार, रविवार को सीजन में पहली बार पचमढ़ी में रात का पारा 7.4 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।वर्तमान में MP मौसम काे प्रभावित करने वाली काेई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, लेकिन एक्टिव नए पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार व मंगलवार को दिखेगा और तापमान में वृद्धि होगी।इसका असर ग्वालियर चंबल संभाग पर 14 व 15 नवंबर को दिखेगा और दो दिनों तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। 17 नवंबर के बाद ही इंदौर में कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिलेगा।हिमालय में हुई बर्फबारी के कारण उत्तरी हवा आ रही है, जिसके कारण 17 के बाद प्रदेशभर में ठंड का असर दिखाई देगा।
मौसम विभाग (MP Weather Today) के अनुसार, पिछले 24 घंटाें के दौरान मध्य प्रदेश के सभी संभागाें के जिलाें का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा। आज सोमवार से रात का तापमान 2 डिग्री तक बढ़ सकता है। फिर 18 नवंबर से तापमान में कुछ गिरावट तो होगी, लेकिन बहुत ज्यादा ठंड नहीं रहेगी। मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति नवंबर के अंत तक बनी रहेगी।अगले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जिसके असर से मध्य प्रदेश में नवंबर के तीसरे हफ्ते से तापमान गिर सकता है।21 के बाद प्रदेश के कई जिलों में तेज ठंड का असर देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज 14 नवंबर को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर ग्वालियर चंबल संभाग पर 15 नवंबर को दिखेगा और दो दिनों तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। इस पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद फिर से मौसम में बदलाव शुरू हो जाएंगे।राजस्थान सहित उत्तर भारत का मौसम प्रभावित होगा। दो दिनों तक बादल छा सकते हैं। अभी हवाओं का उत्तरी पूर्वी रुख होने के कारण अगले दो दिन इंदौर में तापमान सामान्य रहेगा। अभी पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर बना हुआ है, जो 19 नवंबर तक यह उत्तर भारत में सक्रिय होगा।