योगी सरकार का सख्त रुख: यूपी निकाय चुनाव से पहले चलेगा अवैध शराब के खिलाफ बड़ा अभियान
लखनऊ
यूपी नगर निकाय चुनाव से पहले प्रदेश में अवैध शराब और अवैध शस्त्रों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने की तैयारी है। शासन का मानना है कि चुनाव को प्रभावित करने वाले इन दोनों कारकों पर प्रभावी कार्रवाई करके शांतिपूर्ण मतदान कराने में सफलता हासिल की जा सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मादक पदार्थों और अवैध शस्त्रों के खिलाफ अभियान पहले भी चलाया जाता रहा है। इसमें जिलों की पुलिस के अलावा एसटीएफ और एटीएस की टीमें भी लगी रहती हैं। बावजूद इसके चुनाव नजदीक आने पर इन गतिविधियों में इजाफा होने की संभावना रहती है। चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर अवैध शराब का प्रयोग किया जाता रहा है, इस कारण चुनाव नजदीक आने पर अवैध शराब के धंधेबाज नए सिरे से सक्रिय हो जाते हैं। कई बार पड़ोसी राज्यों से भी इसकी आपूर्ति होने लगती है।
इसी तरह अवैध शस्त्रों का धंधा भी तेज हो जाता है। प्रदेश में समय-समय पर अवैध शस्त्र की फैक्ट्री पकड़ी जाती रही है। इसके अलावा बिहार के कुछ हिस्सों से भी इसकी आपूर्ति होती है। अभी हाल के दिनों में एटीएस ने अवैध शस्त्र के तस्करों को गिरफ्तार कर इस धंधे का पर्दाफाश किया था। कई जिलों में एसपी के स्तर से गठित टीमें इन दोनों मोर्चों पर पहले से भी सक्रिय हैं। अभी हाल ही में औरैया पुलिस ने विधूना थाना क्षेत्र के रावतपुर में अवैध हथियारों की फैक्ट्री पकड़ी।
डीजीपी मुख्यालय के स्तर से पुलिस की इस तरह की कार्रवाइयों पर नजर रखी जा रही है। चुनाव नजदीक आने पर इस बारे में बड़े पैमाने पर अभियान चलवाया जाएगा। लाइसेंसी शस्त्र भी चुनाव से पहले जमा कराए जा सकते हैं। डीजीपी मुख्यालय में निकाय चुनाव के संबंध में होने वाली बैठकों में संवेदनशील इलाकों में चुनाव प्रबंधन पर मंथन किया जा रहा है।