काउंटिंग के लिए नेता प्रतिपक्ष मुरैना, भूरिया रतलाम, सज्जन देवास, तरुण- लखन कटनी में संभालेंगे मोर्चा
भोपाल
बुधवार को प्रदेश के पांच नगर निगमों में होने वाली काउंटिंग में भी कांग्रेस को बहुत उम्मीदें हैं। लिहाजा उसने आज ही इन शहरों के लिए अपने बड़े नेताओं को काउंटिंग के दौरान नजर रखने के लिए रवाना कर दिया है। बुधवार को मुरैना, कटनी, रीवा, देवास और रतलाम नगर निगमों में काउंटिंग होना है। वहीं नगर पालिकाओं और नगर परिषदों की काउंटिंग के लिए स्थानीय विधायकों के साथ ही जिला अध्यक्षों को उसी क्षेत्र में रहने के पीसीसी चीफ कमलनाथ ने निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि पहले दौर की काउंटिंग में कांग्रेस के छिंदवाड़ा, जबलपुर और ग्वालियर में महापौर जीतें हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले से ही यह तय कर दिया था कि काउंटिंग के दिन किस नेता को किस नगर निगम क्षेत्र में रहना है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह काउंटिंग के दौरान मुरैना में रहेंगे। वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को रतलाम में रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह कमलनाथ सरकार ने मंत्री रहे तरुण भनोत और लखन घनघोरिया काउंटिंग के दिन कटनी में रहेंगे। सज्जन सिंह वर्मा को देवास में रहने के निर्देश दिए गए हैं। रीवा में पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल मौजूद रहेंगे।
तीन जगह पर त्रिकोणिय मुकाबला
कटनी, रतलाम में भाजपा के बागी महापौर उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में थे। जबकि देवास में कांग्रेस से बागी होकर मनीषा चौधरी भी महापौर उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ रही हैं। जबकि मुरैना में कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला है। रीवा में आप और सपा भी चुनाव मैदान में हैं।
पहले दौर की काउंटिंग में सफल नहीं हुआ प्रयोग
ऐसा माना जा रहा है कि पहले दौर की 11 नगर निगमों में हुई काउंटिंग में कांग्रेस का यह प्रयोग सफल नहीं हुआ। बुरहानपुर और उज्जैन नगर निगम में कांग्रेस बहुत कम वोटों से हारी। बुरहानपुर में सज्जन सिंह वर्मा को तैनात किया गया था, जबकि उज्जैन में पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन तैनात थे। बुरहानपुर में कांग्रेस ने हार को स्वीकार कर लिया था, लेकिन उज्जैन में कांग्रेस ने रिकाउंटिंग की मांग की थी। बच्चन के यहां पर मौजूद रहने के बाद भी कांग्रेस की मांग नहीं मानी गई।