श्रद्धा हत्याकांड की जांच में अब तक क्या मिसिंग, पुलिस ने कितने सबूत जुटाए, 10 बिंदुओं में जानें
नई दिल्ली
श्रद्धा हत्याकांड का आरोपी आफताब आमीन पूनावाला अपने बयानों को बदल कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिशें कर रहा है। यही वजह है कि पुलिस के लिए इस हत्याकांड की गुत्थियों को सुलझाना और सबूतों को जमा करना एक मुश्किल टास्क बन गया है। आरोपी आफताब की चालबाजियों को देखकर दिल्ली पुलिस पूरा फोकस सबूतों को जुटाने पर कर रही है। पुलिस साक्ष्यों को जमा करने के लिए हर तरकीब आजमा रही है ताकि उसकी थ्यौरी को अदालत में चुनौती नहीं दी जा सके। इस रिपोर्ट 10 बिंदुओं में जानते हैं पुलिस को आरोपी आफताब के खिलाफ कौन कौन से सुरग मिलें हैं।
1. पुलिस को जंगल से 10 से 12 हड्डियां मिली हैं, जहां आफताब ने श्रद्धा वाकर की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े ठिकाने लगाने का दावा किया था। श्रद्धा का सिर अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। इस हत्याकांड में वह बड़ा सबूत साबित हो सकता है।
2. हड्डियों को फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किसी जानवर की तो नहीं हैं।
3. पुलिस को छतरपुर के फ्लैट के किचन में खून के धब्बे मिले हैं। इन नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है।
4. श्रद्धा के पिता के डीएनए सैंपल ले लिए गए हैं ताकि उनकी मिलान खून और बरामद शरीर के अंगों के नमूनों से की जा सके।
5. पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है, जो बड़ी चुनौती है। दरअसल ज्यादातर सीसीटीवी में 15 दिनों का रिकॉर्ड होता है। इस मामले में पुलिस पिछले छह महीनों के फुटेज चाहती है।
6. श्रद्धा के सामान के साथ एक बैग बरामद किया गया है। हालांकि परिजनों द्वारा इसकी पहचान की जानी बाकी है।
7. दिल्ली पुलिस ने आफताब का नार्को टेस्ट कराएगी जिससे पता चलेगा कि वह सच बोल रहा है या जांच को गुमराह कर रहा है।
8. पुलिस ने उस दुकान का पता लगा लिया है, जहां से आफताब ने लाश को रखने के लिए रेफ्रिजरेटर खरीदा था। यह तिलक इलेक्ट्रॉनिक्स नामक एक दुकान है। पुलिस ने खरीद के सबूतों को प्राप्त कर लिया है। साथ ही दुकानदार के बयान भी दर्ज कर लिए हैं।
9. पुलिस ने उस दुकान का पता लगा लिया है जहां से आफताब ने छोटी आरी खरीदी थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो उसने इसी आरी से श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए थे।
10. श्रद्धा को मारने के बाद आफताब ने उसके बैंक अकाउंट ऐप को ऑपरेट किया और ₹54,000 ट्रांसफर किए। पुलिस को यह साक्ष्य मिल गया है।
11. पुलिस को आफताब का लैपटॉप मिल गया है। छानबीन में गूगल सर्च हिस्ट्री से पता चला कि आफताब ने शव ठिकाने लगाने के तरीके खोजे थे।
12. पुलिस ने श्रद्धा के पिता के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने आफताब पर आरोप लगाया है कि वह श्रद्धा के साथ मारपीट करता था। आफताब और श्रद्धा के पड़ोसियों और मित्रों के बयान लिए जा रहे हैं।
13. पुलिस उस कंपनी तक भी पहुंच गई है, जहां से आफताब ऑनलाइन सामान मंगवाता था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जल्द ही उस कंपनी के बयान दर्ज किए जाएंगे।
ये सबूत मिसिंग
श्रद्धा की खोपड़ी, उसका मोबाइल फोन और 18 मई को श्रद्धा और आफताब ने जो कपड़े पहने थे, उन्हें अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। आफताब का कहना है कि उसने कपड़े चलती कूड़ा गाड़ी में फेंक दिए थे। आफताब का फोन भी रिकवर होना बाकी है।
ऑनलाइन भुगतान और डॉक्टर का भुगतान बेहद अहम साक्ष्य
आफताब ने चाकू के घाव का इलाज कराने के लिए मई में एक डॉक्टर से मुलाकात की थी। आफताब के चाकू से लगे घाव का इलाज करने वाले डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि आफताब बेचैन था। आफताब ने दावा किया कि फल काटते समय उसे चोट लग गई थी। आफताब ने इलाज कराने के दौरान इधर-उधर की खूब बातें की थी। डॉक्टर ने पुलिस को ऑनलाइन भुगतान के सबूत दिए हैं। इसे परिस्थितिजन्य साक्ष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। डॉक्टर का बयान भी बेहद अहम है। डॉक्टर ने बताया है कि आफताब को तेज धारदार हथियार से घाव लगे थे।