जिले में विकास कार्य, नर्मदा नदी और शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी
कलेक्टर विकास मिश्रा ने कलेक्ट्रेड़ सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली
डिंडौरी
कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि जिले में आदिवासियों के लिए विकास कार्य, नर्मदा नदी और शिक्षा के क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। जिससे जिले में उक्त गतिविधियों में तेजी आ सके। डिंडौरी जिले के युवक एवं युवतियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे उन्हें शासकीय सेवाओं में जाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने जिले में कौशल विकास को भी प्राथमिकता देने की बात कही। जिससे युवक एवं युवतियां स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकें। उन्होंने निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नियमित रूप से रोजगार मेलों को आयोजन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर विकास मिश्रा गुरूवार को कलेक्ट्रेड़ सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की बैठक में जिले में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डाॅ. संतोष शुक्ला, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान रावेन्द्र मिश्रा, जिला योजना अधिकारी ओ.पी. सिरसे सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि शिक्षक-शिक्षिकाएं नियमित रूप से समय पर स्कूलों में पहुंचें। शिक्षक-शिक्षिका अवकाश स्वीकृत कराने के पश्चात ही छुट्टियों में जा सकेंगे। स्कूलो में विद्यार्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत होनी चाहिए। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार करने के निर्देश दिए। जिससे वार्षिक परीक्षाफल में विद्यार्थियों का बेहतर परीक्षा परिणाम आ सके। कलेक्टर मिश्रा ने 10 एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को छोड़कर अन्य कक्षा के विद्यार्थियों को खेल गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों में विभिन्न खेल प्रतियोगिता आयोजित करने को कहा। जिससे विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास भी हो सके। कलेक्टर मिश्रा ने स्कूलो में पाठ्य पुस्तक वितरण, निःशुल्क साईकिल वितरण के संबंध मे भी जानकारी ली। स्कूलों मे विद्यार्थियों को नियमित रूप से मध्यान्ह भोजन वितरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को राष्ट्रीय पर्व में पुरूस्कृत करने की बात कही।
कलेक्टर विकास मिश्रा ने स्कूलों में लाईब्रेरी तैयार करने के निर्देश दिए। जिससे विद्यार्थियों को लाईब्रेरी सुविधा का लाभ मिल सकें। उन्होंने स्कूलों में रोजगार और निर्माण पत्रिकाएं क्रय करने के निर्देश दिए। जिससे विद्यार्थियों को शासकीय सेवाओं के लिए शैक्षणिक योग्यता की जानकारी प्राप्त हो सके। कलेक्टर मिश्रा ने स्कूलों का प्रबंधन बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिए। बेहतर स्कूलों को स्टार आॅफ द स्कूल घोषित किया जाएगा। उन्होंने शाला परिसर की भूमि में किये गए अतिक्रमण को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का निराकरण गुणवत्तापूर्वक करने को कहा। इस अवसर पर छात्रवृत्ति वितरण की भी समीक्षा की तथा सभी अशासकीय शालाओं की फीस की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
कलेक्टर मिश्रा ने सभी स्कूलों में शौचालयों की स्थिति गुणवत्तापूर्वक रखने के निर्देश दिए। उन्होंने खराब या टूट-फूट हुए शौचालयों का मरम्मत करने को कहा। स्कूल परिसर के हैण्डवाॅस यूनिट में नियमित रूप से पानी रखने के निर्देश दिए। हैण्डवाॅस यूनिट मे टूट-फूट होने पर मरम्मत करने को कहा। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए विषयवार अध्यापन कार्य का वीडियो तैयार करें और उक्त वीडियो के माध्यम से अध्यापन कार्य कराएं। कलेक्टर मिश्रा ने अध्यापन कार्य के लिए सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में शासन की छवि को प्रभावित करने वाले पोस्ट या वीडियो प्रसारित न करें। उन्होंने इसके लिए सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर मिश्रा ने विद्यालयों के निर्माण कार्याें को गुणवत्तापूर्वक पूरा करने को कहा। उन्होंने निर्माण कार्याें के मूल्यांकन में शाला प्रबंधक की टीप को भी शामिल करने को कहा।