‘भारत जोड़ो’ पर अशोक गहलोत vs सचिन पायलट की आंच! क्या रास्ता बदलेंगे राहुल गांधी
नई दिल्ली
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा को राजस्थान पहुंचने में समय है। इससे पहले ही अटकलें लगाई जाने लगी हैं की राज्य में यात्रा के रास्ते पर तनातनी हो सकती है। कहा जा रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थक खेमा चाहता है कि यात्रा के मार्ग में बदलाव किया जाए। फिलहाल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकले यात्री महाराष्ट्र पड़ाव पर हैं। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा कोटा, दौसा, अलवर के जरिए रास्ता तय करेगी। अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंचने से पहले झालावाड़, कोटा, टोंक, दौसा और अलवर क्षेत्रों से निकलेगी। इनमें से कुछ जिले राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गढ़ माने जाते हैं। पार्टी हलकों में चर्चा है कि गहलोत कैंप चाहता है कि यात्रा अलग रास्ते से गुजरे।
राजस्थान में कांग्रेस के सामने एक और परेशानी?
राजस्थान में कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने प्रदेश की जिम्मेदारियों से दूरी बना ली है। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस फैसल के पीछे राजस्थान में 25 सितंबर को हुए सियासी घटनाक्रम का हवाला दिया है। माना जा रहा है कि नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने संगठन स्तर पर यह पहली चुनौती है।
राजस्थान में जारी है गहलोत बनाम पायलट
सितंबर में राजस्थान के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इसके लिए पर्यवेक्षक के तौर पर माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे थे। उस दौरान गहलोत समर्थक कहे जा रहे विधायकों ने अलग ही बैठक बुला ली थी। कहा जा रहा था कि दिल्ली से जयपुर पहुंचे दोनों नेता विधायकों की बाट जोहते रहे, लेकिन बैठक नहीं हो सकी। कांग्रेस ने इसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही थी और तीन विधायकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किए थे। कहा जा रहा है कि करीब दो महीने का समय गुजरने के बाद भी तीन विधायकों पर कार्रवाई नहीं होने और मुख्यमंत्री चेहरे पर कोई फैसला नहीं होना भी माकन के इस्तीफे की वजह हो सकता है।