कलेक्टर ने जिला अस्पताल का किया सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण
अन्य सुविधाओं को और अधिक व्यवस्थित किया जाएगा – कलेक्टर
उमरिया
कलेक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी , अपर कलेक्टर अषोक ओहरी ने जिला चिकित्सालय उमरिया का सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने चार घंटे तक जिला अस्पताल के समस्त वार्डो , मरीजों को मिल रही सुविधाओं , साफ सफाई व्यवस्था, भोजन व्यवस्था , ओपीडी, चिकित्सकों की बैठक व्यवस्था, ब्लड बैंक, दवा वितरण केंद्र, पार्किग व्यवस्था, एक्सरे रूम तथा पैथालॉजी व्यवस्था का निरीक्षण किया तथा रिकार्ड पंजी का भी अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से भी चर्चा की। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा आर के मेहरा, सिविल सर्जन के सी सोनी, डा0 मुकुल तिवारी, रोहित सिंह, रहंगडाले सहित अन्य स्टॉफ उपस्थित रहा।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में मेटरनिटी वार्ड , पुरूष एवं महिला, सामान्य वार्ड, एनआरसी, डायलिसिस कक्ष, क्षय रोग वार्ड, बर्न वार्ड, सर्जरी कक्ष, ऑपरेषन थियेटर, ब्लड बैंक तथा किचन का निरीक्षण किया। पैथालॉजी लैब में वहां की जाने वाली जांचों तथा जांच की विष्वसनीयता को परखने हेतु समय समय पर सेंपल की जांच क्वास के माध्यम से कराकर प्राप्त रिपोर्ट का तुलात्मक अध्ययन किया। उन्होंने पैथालॉजी प्रभारी डा मुकुल तिवारी को निर्देश दिए कि क्वास के माध्यम से प्राप्त परिणामों एवं जिला अस्पताल में की जा रही पैथालॉजी की जांच का नियमित अध्ययन किया जाए तथा जहां कमियां है उन्हें सुधारनें की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने एनआरसी कक्ष में भ्रमण किया । निरीक्षण के समय 6 बच्चे भर्ती पाए गए। नौरोजाबाद से गायत्री बैगा अपनी दो वर्षीय बेटी आरोही को एनआरसी मेें 9 नवंबर से भर्ती कर रखा है। कलेक्टर ने प्रभारी चिकित्सक से एवं पोषण आहार प्रभारी आकांक्षा द्विवेदी से आरोही के संबंध में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि आरोही 9 नवंबर को एनआरसी में भर्ती हुई थी, वह अति कुपोषित की श्रेणी में थी , उनका वजन 8 किलोग्राम था । लगातार चिकित्सा के पश्चात वजन में वृद्धि हो रही है । वर्तमान में उनका वजन साढ़े आठ किलो हो गया है। यह भी बताया गया कि 14 दिनों तक उन्हें भर्ती रखा जाएगा । यदि सामान्य श्रेणी में आरोही नही आ पाती है तो एनआरसी में भर्ती का समय बढ़ा दिया जाएगा। कलेक्टर ने आरोही को दी जाने वाली डाईट की जानकारी ली। इसके बाद एनआरसी मे भर्ती बच्चों को तैयार किए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता परखने हेतु किचन का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर एवं अपर कलेक्टर ने जिला अस्पताल में मरीजों को फल वितरित भी किया।