केक विवाद -स्वामी अखिलेश्वरानंद बोले कमल नाथ को क्या भारतीय संस्कृति का पता नहीं है
जबलपुर
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के जन्मदिन पर केक काटे जाने का विवाद गहराता जा रहा है। इस विवाद में गौसंवर्धन बोर्ड के चेयरमैन स्वामी अखिलेश्वरानंद भी उतर आए हैं। उन्होंने कहा है कि कमल नाथ जिस तरह से कृत्य कर रहे हैं, उससे लगता है कि उनके राजनीतिक पराभव का समय आ गया है। उनके पास भारतीय संस्कृति का पता नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा अपने जन्म दिन पर मंदिर के जैसा दिखने वाला केक काटा गया था। इसके बााद से ही हिन्दूवादी संगठन और संत समाज उन्हें अपने निशाने पर ले रहे हैं। इसी कड़ी में गौसंवर्धन बोर्ड के चेयरमैन स्वामी अखिलेश्वरानंद का कहना है कि कमल नाथ का जीवन ही पाश्चात्य संस्कृति के बीच पनपा है। ऐसे में उनसे हिन्दु संस्कृति के सम्मान की उम्मीद व्यर्थ है। मंदिर बनावा लेने या वहां पूरा पाठ करा लेने मात्र से कोई व्यक्ति धार्मिक नहीं हो जाता। उसमें जब तक सनातनी संस्कार नहीं होंगे- तब तक उसके ऐसे कृत्य दिखावा से ज्यादा कुछ नहीं समझें जाएंगे। उन्होंने कहा कि कमल नाथ खूब जन्मदिन मनाए, 100 साल तक जिएं, उनको हम आशीर्वाद देते हैं, लेकिन इस तरह की अनर्गल परंपरा को सही नहीं ठहरा सकते। गौसंवर्धन स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि रावण प्रकांड विद्वान था, उसके जैसा कोई ज्ञाता नहीं रहा, लेकिन अपने आचरण और अधार्मिक कृत्यों की वजह से वो मारा गया, इसलिए कमल नाथ के कृत्य बता रहे हैं कि उनके राजनीतिक पराभव का समय आ गया है।