अवैध रूप से कब्जे हटे तो हुआ खुलासा,अवैध निर्माण में दबा रखी थी करोड़ों रुपए की जमीन
भोपाल
कोलार सिक्सलेन का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है। गोल जोड़ से लेकर डीमार्ट तक चौड़ाई में कोई परेशानी नहीं आई, लेकिन आबादी वाले इलाकों में जगह खाली कराना चुनौती भरा साबित हो रहा है। अतिक्रमण हटाने को लेकर विवाद की स्थिति बनने लगी है। दरअसल कोलार मेन रोड मैरिज गार्डन संचालकों ने खाली जमीन दबा रखी थी और बिल्डिंग मटेरियल के नाम पर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा था, जिन्हे हटा दिया गया है। हांलाकि पीडब्ल्यूडी विभाग ने पहले ही लाल गोल घेरे लगा दिए थे, इसके बाद से कयास लगने लगे थे कि कार्रवाई होगी, लेकिन कार्रवाई इतनी जल्द और बड़े पैमाने पर होगी किसी को अंदाजा नहीं था।
यहां हटाए अतिक्रमण
ललिता नगर स्थित आलोक धाम मैरिज गार्डन, संस्कार उपवन मैरिज गार्डन और अवंतिका फार्म के साथ पेट्रोल पंप की बाउंड्रीवॉल तोड़ दी गई। यहां सड़क से 10 फीट तक जगह खाली कराई गई है। आलोक धाम मैरिज गार्डन के दो रूम, पार्किं ग एरिया के साथ स्वागत गेट को तोड़ा गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह सरकारी जमीन है, इसलिए इसे खाली करा लिया गया है। इसी तरह संस्कार उपवन मैरिज गार्डन ने भी सरकारी जमीन पार्किंग, मेन गेट और एसी रूम में बना रखे थे, जिन्हे भी तोड़ दिया गया है। इसके अलावा नहर के किनारे बनी मीट, सब्जी, कबाड़खाना, बिल्डिंग मटेरियल, सांची पार्लर को भी हटा लिया गया है।
किसकी शह पर अवैध कब्जे
अब सवाल यह उठता है कि इतने सालों से मैरिज गार्डन संचालकों और बिल्डिंग मटेरियल दुकान मालिकों ने अवैध कब्जा जमा रखे थे, इन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। इन लोगों पर किसकी मेहरबानी है। इधर, अतिक्रमण हटाने को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेताओं ने बिना नोटिस दिए तोड़-फोड़ को लेकर कलेक्टर से शिकायत करने की बात कही है।